पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया शुक्रवार को कर्नाटक के हासन जिले में थे। यहां उन्होंने कहा था, मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं और बनूंगा भी। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद विरोधी मेरे खिलाफ एकजुट हो गए थे इसलिए मुझे यह पद नहीं मिल पाया, लेकिन राजनीति हमेशा एक-सी नहीं रहती। पूर्व सीएम के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री और जेडीएस के मुखिया एचडी कुमारस्वामी का बयान आया। शनिवार को उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। कुमारस्वामी के मुताबिक, मुझे मीडिया से पता चल रहा है कि सितंबर तक राज्य में नई सरकार बनेगी और एक व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार बैठा है, लेकिन मैं अपनी कुर्सी बचाने का प्रयास नहीं करूंगा। मैं जब तक इस पद पर हूं अच्छा काम करता रहूंगा।
उधर.. कांग्रेस ने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया था। पार्टी के नेता और कर्नाटक के राजस्व मंत्री देशपांडे के मुताबिक गठबंधन सरकार में कोई कलह नहीं है और कुमारस्वामी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री पद को लेकर कुमारस्वामी का ये पहला बयान नहीं है। इससे पहले भी कुमारस्वामी कई बार बयान दे चुके हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि वह सीएम रहकर जहर का घूंट पी रहे हैं। इसके बाद सरकार के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे।
आपको बता दें कि 23 मई को कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार बनी थी। कर्नाटक में 222 सीटों पर 12 मई को वोट डाले गए थे। 15 मई को आए रिजल्ट में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ा बनी थी, लेकिन उसे बहुमत नहीं मिला था। कांग्रेस ने 78 सीटों पर विजय हासिल की और कुमारस्वामी के जनता दल (एस) को 38 सीट मिली थीं। बीएसपी के खाते में एक सीट आई थी। गठबंधन ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी।