कर्नाटक भाजपा ने इस घटना पर तंज कसते हुए अपने ट्वीट में कहा कि जनादेश का मजाक उड़ाकर बनाई गई सरकार का पतन शुरू हो गया है। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एसआर पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सत्ता की भूखी सरकार के पतन की यह शुरुआत भर है। भाजपा ने दावा किया कि कांग्रेस ने बुरी नीयत से यह गठबंधन किया है। यह सरकार बहुत जल्द आपसी कलह के कारण गिर जाएगी।
पिछले महीने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जबकि सत्ताधारी कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 78 पर सिमट गई। जेडीएस-बीएसपी गठबंधन ने 38 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए नतीजों के बाद आनन-फानन में कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन दे दिया था। राज्यपाल वजूभाई बाला ने भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा को पहले सरकार बनाने का न्यौता दिया था लेकिन वो जरूरी आंकड़ों का जुगाड़ नहीं कर सके और विधानसभा में बहुमत परीक्षण से पहले उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद गवर्नर की ओर से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता मिला। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अभी तक वो कैबिनेट का विस्तार नहीं कर पाएं हैं। 10 दिन बाद ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एसआर पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है।