कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के नेता एचडी कुमारस्वामी 21 मई सोमवार वो मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल होंगे। कुमारस्वामी के शपथ लेते कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की सरकार बन जाएगी।
फ्लोर टेस्ट से विधायकों से ‘डील’ कर रहे थे येदियुरप्पा और बेटा!
भावुक संबोधन के साथ इस्तीफे का ऐलानबहुमत के लिए जरूरी विधायकों का समर्थन जुटाने में विफल रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। येदियुरप्पा ने विधायकों के शपथ ग्रहण करने के बाद विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया और उसके बाद अपने भावुक संबोधन के अंत में इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने विधानसभा में सरकार के अल्पमत को स्वीकार करते हुए कहा कि जनता ने हमें 113 सीटें नहीं दी। अगर वह ऐसा करती तो राज्य की स्थिति बदल जाती। उन्होंने कहा कि मैं इस बहुतम परीक्षण को आगे नहीं बढ़ाते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देता हूं। येदियुरप्पा ने कहा कि लोकतंत्र में मतदाता ही सब कुछ होता है और वह उनके निर्णय को स्वीकार करते हैं।
गौरतलब है कि राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय दिया था, लेकिन शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने कांग्रेस और जेडी(एस) की याचिका पर फैसला देते हुए येदियुरप्पा को शनिवार चार बजे बहुमत साबित करने का आदेश दिया था।
राज्यपाल वजुभाई वाला ने शनिवार को 15वीं कर्नाटक विधानसभा का सत्र बुलाया। सदन में नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया ने सदन की कार्यवाही का संचालन किया। बीएस येदियुरप्पा ने सबसे पहले शपथ ली। इसके बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के विधायक दल के नेता एच.डी.कुमारस्वामी ने शपथ ली। इन तीनों के बाद भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने शपथ ली।