यह खबर भी पढ़ें— खुलासा: हिजबुल ने ऐसे बनाया था जम्मू बस स्टैंड ग्रेनेड हमले का प्लान, भीड़ वाला इलाका था निशाना
सबसे पहले 1983 में नेमन विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की
वाम नेता ने केरल राज्य परिवहन निगम में क्लर्क के रूप काम शुरू किया था, लेकिन जल्द ही वह इसे छोड़कर पूर्णकालिक राजनीति में आ गए। उन्होंने सबसे पहले 1983 में नेमन विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की जब वह एक उपचुनाव में निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उन्होंने इसी सीट से हैट ट्रिक पूरी की थी। 2006 में उन्होंने यहां से उपनगरीय नेयट्टिंकारा संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की। थंकप्पन बेहद लोकप्रिय नेता रहे।
यह खबर भी पढ़ें— आडवाणी और जोशी समेत कई नेताओं को आराम देने की तैयारी में भाजपा, उम्मीदवारों के नामों पर मंथन
ईके नायर केबिनट में 1987-91 तक मंत्री रहे थंकप्पन
उनके परीवारिक सूत्रों के अनुसार थंकप्पन को बढ़ती उम्र के साथ कई बीमारियां लग गईं थी। कम्यूनिस्ट पार्टी से से चार बार विधायक रहे थंकप्पन ईके नयनार केबिनट में 1987-91 तक मंत्री रहे। उनके पीछे उनकी पत्नी और चार बच्चे हैं। वामपंथी नेता ने केरल राज्य सड़क परिवहन निगम में एक क्लर्क के रूप में शुरुआत की थी, लेकिन जल्द ही पूर्णकालिक राजनीति में उतर गए। वे पहली बार 1983 में नेमन विधानसभा क्षेत्र से जीते थे जब वह उपचुनाव में चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने उसी सीट से हैट्रिक पूरी की।