बीडीसी चुनाव को लेकर पीडीपी के प्रवक्ता फिरदौस टाक ने कहा कि कश्मीर के ज्यादातर नेता हिरासत में हैं ऐसे में बीडीसी चुनाव नहीं लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं को फैसला लेना है वे हिरासत में हैं।
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस की तरह प्रदेश कांग्रेस भी बीडीसी चुनाव न लड़ने का फैसला पहले ही कर चुकी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि कश्मीर में राजनीतिक नेता नजरबंद हैं। चुनाव आयोग को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव ऐलान से पहले राजनीतिक दलों से बात करनी चाहिए थी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि जब नेता हिरासत में होते हैं तो राजनीतिक दल चुनाव में कैसे हिस्सा ले सकते हैं। अगर सरकार ने सभी नेताओं को रिहा कर दिया होता तो हम चुनाव में हिस्सा लेने पर विचार करते।
बीडीसी चुनाव के लिए 24 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 24 अक्टूबर को बीडीसी चुनाव होने वाले हैं। सरपंच अपने इलाके के बीडीसी को चुनते हैं। इससे पहले कांग्रेस के अलावा पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस भी चुनाव का बहिष्कार कर चुके हैं। यानि बीडीसी चुनाव को प्रदेश के तीनों प्रमख राजनीतिक दल बहिष्कार कर चुके हैं। चुनाव में अब सिर्फ बीजेपी-पैंर्थस पार्टी और निर्दलीय ही बचे हैं।