नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने उत्तरदायित्वों को सहयोगी मंत्रियों को बांटने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अध्यक्षता में बनाए गए मंत्रियों के एक समूह पर उन बिन्दुओं को तैयार करने काम सौंपा है, जिसका उल्लेख राष्ट्रपति संसद के संयुक्त सत्र के अपने सम्बोधन में सरकार द्वारा किए जाने वाले नवाचारों और नीतियों के लिए करेंगे। मंत्रियों का एक अन्य पैनल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के दिए जाने वाले भाषण पर काम कर रहा है।
समूह में छह वरिष्ठ मंत्री शामिल
इसके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा गठित सचिव समूह जिसे बजट के मद्देनजर आर्थिक विकास को गति देने के लिए सुझाव देने का काम सौंपा गया था, की रिपोर्ट की समीक्षा के लिए भी मोदी ने मंत्रियों का छह सदस्यीय समूह बनाया है। मंत्रियों का यह समूह नियमित रूप से मिलता है और रिपोर्ट पर चर्चा करता है। इस समूह में अरुण जेटली, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, मनोहर पर्रिकर और वैंकेया नायडू हैं।
गर्वनेंस में भागीदार बनें
सरकारी सूत्रों के अनुसार मोदी मंत्रियों का एक अन्य समूह भी गठित करने की योजना बना रहे हैं जो सरकार में दूसरे स्थान पर होगा। सूत्र यह भी बताते हैं कि हाल में सचिव समूह के साथ एक बैठक में प्रधानमंत्री ने निर्देशित किया है कि वे बजट को लेकर नवाचारों और स्वच्छ भारत कार्यक्रम जैसी नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नए विचारों पर गडकरी के साथ बैठक करें। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री चाहते हैं कि मंत्री गर्वनेंस में अपने दायित्वों में भागीदारी निभाएं।
Home / Political / राष्ट्रपति का संबोधन और पीएम का भाषण तय करेगा मोदी का मंत्री समूह