दरअसल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( NCP ) के प्रमुख शरद पवार ( Sharad Pawar ) ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
pm modi )से मुलाकात की है। ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चली है। ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। एक तरफ शरद पवार को विपक्ष के नेता बनाए जाने की चर्चा चल रही तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार का हिस्सा होने के बाद भी बार-बार पीएम मोदी से उनकी मुलाकात कोई बड़ा संकेत दे रही है। इन दोनों की मुलाकात से शिवसेना की धड़कनें भी बढ़ सकती हैं।
यह भी पढ़ेंः
पंजाब कांग्रेस में कलहः कैप्टन की चिट्ठी का असर, हरीश रावत पहुंचे चंडीगढ़, अंतिम फैसले पर टिकी नजर 24 घंटे में पवार बीजेपी के बड़े नेताओं से मिलेशरद पवार बीते 24 घंटे में बीजेपी के कद्दावर नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उनके दिल्ली स्थित आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। इसके बाद उनके रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की खबरें सामने आईं।
इन खबरों के बीच पीएम मोदी मुलाकात वाली तस्वीर ने महाविकास अघाड़ी खेमे में खलबली मचा दी।
पीएमओ ने खुद इस तस्वीर को साझा किया और लिखा कि पीएम मोदी ने राज्यसभा सांसद शरद पवार से मुलाकात की।
मुलाकात पर ये बोले पवार पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी ट्वीट किया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा- इस दौरान राष्ट्रहित को लेकर कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री से बातचीत हुई।
क्यों चढ़ेगा सियासी पारा?
दरअसल महाराष्ट्र कांग्रेस लगातार अपनी महाविकास अघाड़ी को लेकर बयान देती आ रही है। हाल में कांग्रेस प्रदेश अध्य़क्ष नाना पटोले ने कहा था कि आगामी चुनाव में कांग्रेस अपने बुते पर लड़ेगी। यही नहीं इसके बाद उन्होंने एक और बड़ा बयान दिया। पटोले ने कहा कि MVA का रिमोट कंट्रोल एनसीपी चीफ शरद पवार के हाथ में है।
एचके पाटिल, अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने पवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि नाना पटोले के बयानों को दोहराया नहीं जाएगा।
यह भी पढ़ेंः कर्नाटक और त्रिपुरा में भी बीजेपी आलाकमान कर रहा नेतृत्व बदलाव की तैयारी, दिल्ली दरबार में मंथन उठने लगे ये सवाल कांग्रेस की इन बयानबाजियों के बीच पवार की पीएम से मुलाकात कई सवाल खड़े कर रही है। क्या सचमुच महाराष्ट्र में सियासी उठापटक होने वाली है? क्या महाविकास अघाड़ी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी? क्या बीजेपी शरद पवार से कोई बड़ी डील करने में लगी है? क्या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर पवार से कुछ और वादा ले सकती है बीजेपी?
ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो अब तेजी से आकार ले सकते हैं। हालांकि राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर शरद पवार खुद इनकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘मुझे पता है कि 300 से अधिक सांसदों वाली पार्टी को देखते हुए परिणाम क्या होगा।’
बहराल पीएम और पवार की मुलाकात शिवसेना के लिए भी धड़कन बढ़ाने वाली साबित हो सकती है। भले ही संजय राउत समेत तमाम शिवसैनिक एमवीए के पांच साल चलने का दावा कर रहे हैं, लेकिन तस्वीरें और बयाजनबाजियां कुछ और ही बयां कर रही हैं।