मजदूरों के बैग उठाने के लिए तैयार हुए राहुल गांधी!
राहुल गांधी ने निर्मला सीतारमण के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि अगर वे ( निर्मला सीतारमण ) मुझे परमिशन दें तो मैं जरूर बैग उठाकर ले जाऊं।’ राहुल गांधी ने कहा है कि वो सिर्फ एक मजदूर का नहीं बल्कि 10-15 मजूदरों के बैग उठाकर ले जा सकते हैं। राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रवासी मजदूरों से बात करने का उनका सिर्फ एक ही लक्ष्य था कि उनके मन में क्या चल रहा है, इसे समझा जा सके। राहुल गांधी ने कहा कि मैं मजदूरं की मदद करता रहता हूं और अगर वो ( निर्मला सीतारमण ) मुझे परमिशन दें त मैं जरूर बैग उठाकर ले जाऊं। एक का नहीं, 10-15 का उठाकर ले जाऊंगा और पैदल ही उत्तर प्रदेश चला जाऊंगा और रास्ते में जितने मजदूर मिले उनकी मदद करता जाऊंगा।
राहुल गांधी के वीडियो पर निर्मला सीतारमण ने की थी टिप्पणी
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी के प्रवासी मजूदरों से मिलने को लेकर कहा था कि राहुल ने ऐसा करके उन मजदूरों का वक्त खराब किया। ‘वे ड्रामेबाजी करते हैं। अगर सीरियस होते तो उनका कुछ बोझ उठा लेते।’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये टिप्पणी उस वक्त की थी, जब राहुल गांधी ने प्रवासी मजदूरों से मुलाकात वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया था।
प्रवासी मजदूरों से सुखदेव विहार में मिले थे राहुल गांधी
आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के सुखदेव विहार इलाके में प्रवासी मजदूरों से जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान वो मजदूरों के साथ फुटपाथ पर ही बैठ गए थे और उनसे काफी देर बात की थी। इस मुलाकात के कुछ दिन बाद राहुल ने प्रवासी मजदूरों के संघर्ष पर एक मिनी-फिल्म बनाई थी। उन्होंने कहा कि ‘ये मैंने इसलिए बनाई कि हमारे जो बाकी नागरिक हैं, वे इनकी पीड़ा को समझें, उनके दर्द को सुनें। काफी इम्पैक्ट होता है। ये लोग हमारी शक्ति हैं। अगर हम इनकी मदद नहीं करेंगे तो किसकी करेंगे। वित्त मंत्री की जो भी राय है, उसके लिए मैं उनको धन्यवाद करता हूं।’