मैसूर, मांड्य और रामनगर जिलों के दौरे पर आए हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘भ्रष्टाचार और कांग्रेस का रिश्ता पानी और मछली के जैसा है। कर्नाटक सरकार कांग्रेस के लिए एक एटीएम की तरह है।’ शाह ने कहा कि कर्नाटक में लोकग सिद्धारमैया सरकार से हताश हैं। राज्य में फैले भ्रष्टाचार को लेकर लोगों में गुस्सा है, जिसका असर इस बार के विधानसभा चुनाव में दिखने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में पुराने मैसूर क्षेत्र में भाजपा बेहतर प्रदर्शन करेगी।
बता दें कि पुराने मैसूर क्षेत्र में कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) के बीच चुनावी मुकाबला है। मैसूर क्षेत्र में हासन, कामराजनगर, मैसूर, मांड्य और रामनगर आते हैं। लेकिन,इस बार भाजपा की राह आसान नहीं दिख रही। बीजेपी की इस मु्श्किल का सबसे बड़ा कारण है कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया। सिद्घारमैया को कर्नाटक में बड़ा नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सबसे बड़ी चुनौती समझा जा रहा है।
शिवसेना भी लड़ेगी कर्नाटक चुनाव
शिवसेना ने भी कर्नाटक चुनाव लड़ने की घोषणा की है। महाराष्ट्र से सटे कर्नाटक के क्षेत्र में मराठी भाषियों के लिए संघर्ष कर रही महाराष्ट्र एकीकरण समिति को शिवसेना समर्थन देगी। बता दें कि य़े घोषणा रविवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने की। रावत ने घोषणा करते हुए कहा कि शिवसेना कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों में से चुनिंदा 50-55 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।