सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार ( Central Government ) से इस आपदा को लेकर राजनीति करने के बजाय इसे मानवीय विपदा के रूप में लेने की अपील की है। ताकि प्रभावित लोगों को समय पर राहत पहुंचाने का काम प्रभावी तरीके से हो सके।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान ( Cyclone ) से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। खासकर दक्षिण और उत्तरी 24 परगना में इसका कहर सबसे ज्यादा है।
Transport Minister Kailash Gehlot : नियमों का पालन न करने वाले डीटीसी कर्मियों के खिलाफ होगी कार्रवाई बड़े पैमाने पर तबाही को देखते हुए उन्होंने कहा कि इससे हुए नुकसान का अभी अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। इसका अनुमान लगाने के कुछ दिन लगेंगे। जानकारी के मुताबिक हावड़ा के शालीमार क्षेत्र से एक और उत्तरी 24 परगना से दो लोगों मरने की भी सूचना है। वहीं दक्षिण बंगाल में कई भवनों को नुकसान पहुंचने की सूचना हैं।
इस तूफान की वजह से हावड़ा, सुंदरबन, पत्थरप्रतिमा, बासंती नामखाना, कुलटाली, बरुईपुर, भानगर, दक्षिण 24 परगना में बड़े पैमाने नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ( IMD ) के अधिकारियों ने बताया है कि अम्फान की सूचना तीन दिन पहले मिल जाने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की वजह से नुकसान कम हुआ है। ऐसा न होने पर यह नुकसान कई गुना हो सकता था।
जेपी नड्डा : J-K के नए नियमों से शरणार्थियों और कश्मीरी पंडितों को मिलेगा डोमिसाइल का अधिकार जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में मोबाइल और ब्रॉडबैंड नेटवर्क्स भी प्रभावित हुए जबकि कोलकाता के कई इलाकों और आसपास के क्षेत्रों में बिजली चली गई। ट्रांसफॉमर में आग लगने की सूचना है।
ओडिशा ( Odisha ) में किसी के मरने की सूचना नहीं है। आईएमडी ( IMD ) ने बताया कि तूफान आने की सूचना की वजह से बड़े पैमाने पर राहत कार्य चलाए गए। इससे बंगाल से 5 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया। जबकि ओडिशा से 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया।