राष्ट्रीय जनता दल ( RJD ) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब मीडिया की ओर से पूछा गया कि महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन टूटने के मुद्दे पर आप क्या कहना चाहेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो जाने भाई, इसमें हमको क्या मतलब। इस सवाल का जवाब तो वही लोग देंगे। उनके इस रुख से साफ हो गया कि सीएम नीतीश कुमार इस सवाल का जवाब नहीं देने से बचकर निकल गए।
महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व में सरकार का गठन लगभग तय है। बीजेपी की ओर से सरकार बनाने से इनकार और राज्यपाल द्वारा शिवसेना को सरकार बनाने के लिए न्योता मिलने के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी उथल-पुथल तेज हो गया है। देर रात तक मातोश्री में एनसीपी, कांग्रेस और निर्दलियों के साथ गठबंधन को लेकर माथापच्ची जारी रही।
महाराष्ट्र में जारी सत्ता के झगड़े के बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने शिवसेना-एनसीपी गठबंधन को बाहर से समर्थन देने का निर्णय लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि महाराष्ट्र की जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है और यही फैसला हमारा है। फिलहाल पार्टी अपने पूर्व के स्टैंड पर कायम है।
दूसरी ओर सरकार बनाने के लिए एनसीपी की शर्त मानते हुए मोदी सरकार में शिवसेना कोटे से मंत्री अरविंद सावंत अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सांवत आज अपना इस्तीफा सौंप देंगे। अरविंद सावंत ने जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार गठन को लेकर 50—50 का फॉर्मूला बना था। जबकि अब इस फार्मूले पर कोई अमल नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि जो पार्टी अपना वायदा पूरा करने में आनाकानी करती है, उसके साथ दिल्ली सरकार में शामिल रहने का कोई औचित्य नहीं है। यही वजह है कि मैं केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।