जम्मू-कश्मीरः पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सेना का ऑपरेशन सर्च शुरू, पुलवामा-शोपियां के 8 गांवों में घेराबंदी राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) दोनों नेताओं के साथ गंभीरता से चर्चा भी कर रही है। चर्चा सफल रहती है तो दोनों नेता दिल्ली से ताल ठोक सकते हैं।
यहां से ताल ठोकने की चर्चा
आम आदमी पार्टी और दोनों सिन्हा के बीच चल रही बातचीत सकारात्मक नतीजे पर पहुंचती है तो यह तय है कि यशवंत और शत्रुघ्न सिन्हा दिल्ली से चुनावी मैदान पकड़ेंगे। जहां तक क्षेत्रों की बात है तो चर्चाओं के मुताबिक यशवंत सिन्हा नई दिल्ली लोकसभा और शत्रुघ्न सिन्हा पश्चिमी दिल्ली से आप के उम्मीदवार होंगे।
मौसम अलर्टः टला नहीं चक्रवात डे का खतरा, दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में आंधी के साथ आएगी बारिश फिलहाल ‘आप’ की ओर से पुष्टि नहींभाजपा के इन कद्दावर नेताओं की आप में एंट्री को लेकर फिलहाल संशय बरकरार है। इस बारे में अभी आप का कोई नेता बोलने को तैयार नहीं है। दरअसल, दोनों नेता भाजपा के मौजूदा शीर्ष नेतृत्व के कटु आलोचक रहे हैं। केंद्र के खिलाफ आप की तरफ से उठी आवाज को दोनों ने न सिर्फ हवा दी, बल्कि कई मौकों पर मजबूती के साथ अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े भी नजर आए।
उपराज्यपाल आवास पर केजरीवाल के धरने के दौरान यशवंत सिन्हा सड़क पर उतरे, जबकि शत्रुघ्न सिन्हा ने दिल्ली सरकार के कार्यक्रमों में शिरकत की। 8 सितंबर को नोएडा में आयोजित आम आदमी पार्टी की बड़ी महासभा में शत्रुघ्न सिन्हा ने अरविंद केजवरीवाल के साथ मंच साझा कर इस हवा को और बल दे दिया है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अरविंद केजवरीवाल के मंच से मोदी सरकार पर हमला भी बोला और कहा कि कोई बगावत समझता है तो समझे हम भी बागी हैं। उन्होने कहा कि कोई अच्छा कार्य कर रहा है। तो उसकी तारीफ करें।अच्छा काम करने का ठेका किसी एक का नहीं है। लोकसभा चुनाव से पहले आप दोनों नेताओं के साथ अपनी यारी को गाढ़ा करने की कोशिश में है। दोनों नेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारने की कोशिश में है। यशवंत सिन्हा के साथ तो बातचीत आखिरी दौर में है।
नहीं चाहिए झूठ बोलने वाली सरकार
उधर…यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। सिन्हा ने रफाल सौदे के बहाने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप भी लगाया है। यही नहीं उन्होंने कहा कि जो सरकार देश से झूठ बोलती है उसे सत्ता में बने रहने का हक नहीं है।