उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने आज मुलायम कुनबे पर वार करते हुए कहा कि सैफई में सपा भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित कर रही है।इससे साफ़ है कि वह तुष्टीकरण की राजनीति छोड़कर भगवान राम व कृष्ण की शरण में आ गई है। राम का नाम लेने पर पहले सपा व कांग्रेस के लोग बीजेपी पर वोट बैंक साधने का आरोप लगाते थे। तो क्या अब कृष्ण भगवान के सहारे वोट बैंक साधा जाएगा। वैसे बीजेपी इसे पहले भी आस्था मानती थी ,अब भी मानती है। बतादें की सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सैफई के एक स्कूल में 51 फिट ऊंची भगवान कृष्ण की प्रतिमा लगवा रहें हैं। इस प्रतिमा का निर्माण की भनक तक किसी को नही लगी।जानकारी के अनुसार बीते 6 महीनो से इसका निर्माण हो रहा है। राजनितिक गलियारे में इस बात की भी चर्चा है की आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव अखिलेश यादव भगवान् कृष्ण के सहारे चुनावी संखनाद करेंगे। बता दें की सैफई में विशाल मूर्ति का निर्माण हो रहा है।6 करोंड 32 लाख की लागत से टन तांबे से तैयार की जा रही है।
गौरतलब है कि देश और प्रदेश में भगवान राम के नाम की राजनीति करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगता रहा है। ऐसे में भगवान कृष्ण की मूर्ति लगाने पर समाजवादी पार्टी पर योगी सरकार के मंत्री ने सवाल उठाए है। हालाकि भगवान कृष्ण की मूर्ति सैफई के एक स्कूल में लगाई जा रही है। भगावन कृष्ण की मूर्ति को महाभारत के स्वरुप को दिखाया गया है। जिसमे रथ का पहिया लिए युद्ध भूमि में भगवान् कृष्ण खड़े है। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने हालाकि की सवाल उठाते हुए इसे आस्था जोड़ कर बताया लेकिन धर्म के नाम पर एक बार सपा कुनबे पर सवाल खड़े किये।