आईआरबी के जनरल मैनेजर अनूप सिंह ने बताया कि जंगल में 15 किलोमीटर तक सड़क निर्माण का काम पूरा किया जा चुका है।एक्सप्रेस-वे अभी 6 लेन का बनाया जा रहा है लेकिन बाद में इसे 8 लेन का किया जा सकेगा। इसके बनने के बाद मेरठ से प्रयागराज मात्र 6 घंटों में पहुंचा जा सकेगा।इस प्रोजेक्ट पर 360000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी। इस पर न केवल गाड़ियां दौड़ेंगी बल्कि जरूरत पड़ने पर फाइटर प्लेन और हेलिकॉप्टर भी उतारा जा सकेगा। शाहजहांपुर में 3.50 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है. इसके साथ ही गंगा और रामगंगा नदियों पर दो बड़े पुलों का निर्माण कार्य जारी है।
गंगा-एक्सप्रेस-वे लंबाई के मामले में भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। एक्सप्रेस वे का निर्माण ग्रीनफीलेड परियोजना के तहत किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी आईआरबी के जनरल मैनेजर अनूप सिंह ने बताया कि समय के भीतर ही कार्य पूरा हो जाएगा।उन्होंने बताया कि मेरठ-हापुड़ सेक्टशन पर 60 पर्सेंट काम पूरा हो गया है।
अभी जो सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन रहा है वो दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस-वे है जिसकी लंबाई 1350 किलोमीटर से भी ज्यादा है। दूसरे नंबर पर मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे है जिसकी लंबाई 700 किलोमीटर से ज्यादा है। गंगा एक्सप्रेस-वे की खासियत
यह 6 लेन का एक्सप्रेस-वे होगा और बाद में इसे 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा, एक्सप्रेस-वे 12 जिलों और 518 गांवों को जोड़ेगा,इसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी, यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा, इसपर आपतकालीन स्थिति में फाइटर प्लेन उतर सकेगा, साथ ही हेलिकॉप्टर भी उतारा जा सकेगा, गंगा एक्सप्रेस-वे बनने से मेरठ से हापुड़ सिर्फ 6 घंटों में पहुंचा जा सकेगा, यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस और बलिया लिंक एक्सप्रेस के साथ-साथ राज्य के अन्य एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा, ये मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, रायबरेली और प्रतापगढ़ जिलों से होता हुआ प्रयागराज तक जाएगा