सपा महासचिव इंद्रजीत सरोज ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का मांगा इस्तीफा सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मन्त्री इन्द्रजीत सरोज ने कहा कि कांशीराम कहा करते थे कि भाजपा एवं काँग्रेस से सदैव दूर रहना एक नागनाथ है तो दूसरी सांपनाथ है, पुरानी पार्टी में सम्मान न पाने के कारण मैं बिना शर्त समाजवादी पार्टी में शामिल हुआ। मैं तो सपा मुखिया अखिलेश यादव का बहुत आभारी हूँ कि उनहोनें 45 जनपद जिनमें पासी समाज चुनावों में निर्णायक भूमिका अदा करता है, उनकी जिम्मेदारी मुझे सौंपी। मैं जहाँ-जहाँ गया, यह रायबरेली जनपद में सबसे अच्छा कार्यक्रम हुआ। बसपा सुप्रिमो भाजपा की पिछलग्गू बन गयी है, वह भाजपा नेताओं की तरह सभाओं में भाषण देती है, समाजवादी पार्टी के साइकिल में एक पहिया डा. राम मनोहर लोहिया के विचारों का है तो दूसरा डा. भीमराव अम्बेडकर के विचारों का है, सपा सभी वर्गो, धर्मो एवं क्षेत्र के लोगों का सम्मान करती है, आप सब लोग मन्दिर, मस्जिद व झगड़े में न पड़कर अपनी पूरी ताकत भाजपा को हटाने एवं समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने में लगाना चाहिए। भाजपा के लोग छलिया होते हैं, यह छलने का काम करते हैं, वोट लेने के लिए भिन्न-भिन्न रूप धारण कर झूठा वादा करने का काम करते हैं।
समाजवादी पार्टी के शासन में नहीं थी महगाई समाजवादी पार्टी की सरकार को देखा है, जितने वादे वोट लेने के समय करती है उसको पूरा करती है, सपा शासन में शिक्षा, चिकित्सा सस्ती थी, परन्तु आज सब मँहगी हो गयी है। तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं, सरसों का तेल भी बहुत मँहगा हो गया है। श्री सरोज ने कहा कि मैं यहां लोगों से यह कहने आया हूँ कि अबकी बार रायबरेली जनपद की छः की छः सीटें जिताकर सपा मुखिया अखिलेश यादव की सरकार बनाने में सहयोग करें। बैठक को पूर्व मन्त्री मनोज पाण्डेय, पूर्व विधायक रामनरेश यादव, देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्याम सुन्दर भारती, आशा किशोर निर्मल, सुरेन्द्र विक्रम सिंह, रामलाल अकेला, ओ.पी. यादव, मुनेश्वर पासी, रामस्वरूप पासी, मो.शमशाद, मो.इलियास, डी.पी. पाल, आर.पी. यादव ने सम्बोधित किय।