कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर शंकर नगर निवासी दिलीप अग्रवाल कन्सलटेंट कंपनी का संचालन करता है। इस फर्म के तहत विभिन्न कंपनियों द्वारा टैक्स एवं अन्य शासकीय कार्यों के लिए ऑनलाइन राशि जमा करते हैं। साथ ही कुछ कंपनियों की कैश राशि भी जमा होती है। इसे कंपनी द्वारा शासकीय पोर्टल में जमा करवाने का कार्य भी किया जाता है। इस कार्य के लिए रायगढ़ में दिलीप अग्रवाल ने अतुल विश्वाल नाम के व्यक्ति को नियुक्त किया था, जो रायगढ़ में कामकाज देखता था।
रायगढ़ के विभिन्न कंपनियां जो कैश में राशि जमा करने वाली होती थी वे अतुल के अकाउंट में पैसा जमा करती थी जिसे बाद में अतुल अपने अकाउंट से शासन के पोर्टल में ऑनलाइन जमा करवाया जाता था। अपै्रल 2017 से सितंबर 2018 के बीच उसके अकाउंट में जमा हुए कैश को अतुल ने संबंधित शासकीय पोर्टल में जमा नहीं कराया।
यात्रीगण कृपया ध्यान दें, यात्रा पर निकलने से पहले जरूर पढ़ लें ये खबर… इस बात की जानकारी जब कपंनी संचालक दिलीप अग्रवाल को हुई तो उसने अतुल विश्वाल के विरूद्ध सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उक्त अवधि में विभिन्न कंपनियों के माध्यम से अतुल के अकाउंट में 52 लाख 21 हजार 365 रुपए जमा किए गए थे। इस राशि को वह गबन कर लिया।
सिटी कोतवाली पुलिस ने 3 नवंबर 2018 को आरोपी अतुल विश्वाल के विरूद्ध धारा 408, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया था। वहीं रिपोर्ट दर्ज होने पर अतुल रायगढ़ छोड़ कर फरार हो गया। पिछले एक वर्ष से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। दो दिन पूर्व पुलिस को उसके रायपुर में छिपे होने की जानकारी मिली तो पुलिस पार्टी रायपुर जा कर उसे गिरफ्तार की। कोतवाली पुलिस ने आरोपी अतुल विश्वाल को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।