इसी वजह से ध्वज कुमार प्रार्थी रोहित निषाद के ऊपर रंजिश रखा हुआ था। इस साल भी शादी के सीजन में आरोपी अपने बेटे के लिए लड़की ढूंढ़ रहा था। बताया जा रहा है कि इस बार उसके बेटे की शादी भी तय हो गई थी। लेकिन अचानक लड़की वालों ने ध्वज से कहा कि तुम्हारा बेटा ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है और तुम्हारा खेती-बाड़ी भी नहीं है, इसलिए हम लड़की नहीं देंगे। यह बात आरोपी को नागवार गुजरी और 24 मई की सुबह साढ़े 9 बजे ध्वज घर से टांगी लेकर निकला और रोहित निषाद को देखते ही उसके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। ऐसे में रोहित टांगी के प्रहार से बचने के लिए अपने दाहिने हाथ को आगे कर दिया। चूंकि आरोपी ने इतना जोरदार प्रहार किया था कि टांगी लगते ही रोहित का दाहिना हाथ पूरा कट गया। घटना के बाद आहत को इलाज के लिए रायगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रायपुर रेफर कर दिया गया है।
मैं कुछ नहीं जानता उसने मुझे क्यों मारा
पुलिस की पूछताछ में पीडि़त ने बताया कि वह नहीं जानता कि आरोपी ने उसे क्यों मारा है। न तो उसने किसी को भड़काया है और न ही उसके बेटे की शादी तोड़वाई है। सिर्फ शक के आधार पर आरोपी ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। शक से उपजे इस घटना ने रोहित से उसका एक हाथ छिन लिया।