उसके बावजूद मिशन सिंह द्वारा हुकिंग कर बिजली चोरी कर घरेलू इस्तेमाल किया जा रहा था। जिसे विभाग ने औचक निरीक्षण के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। विभाग ने दर्ज प्रकरण में ९ हजार ८०७ रुपए की बिजली चोरी भी उल्लेख किया है। जिसके बाद कोर्ट ने मिशन सिंह चौहान को दोषी मानते हुए कोर्ट ने ६ माह की कारावास, सिविल दायित्व के तहत १९ हजार ६१४ रुपए व ३ हजार रुपए का अर्थदड़ की सजा सुनाई है।
जेलपारा के तरुण भी है दोषी
बिजली चोरी का दूसरा मामला भी जेलपारा का था। जहां तरुण चौहान पिता हरिराम के उपर 31 हजार 383 रुपए का बिजली बकाया था। बिल पटाने में हो रही देरी के बीच विभाग ने सप्लाई पर बे्रक लगा दिया। जिसके बाद तरुण द्वारा बिजली चोरी कर इस्तेमाल किया जा रहा था। जिसे बिजली विभाग की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। उसके बाद कोर्ट ने बिजली चोरी के मामले मेंं तरुण को दोषी मानते हुए 6 माह की कारावास, सिविल दायित्व के तहत चोरी की गई बिजली का दुगना राशि 20 हजार 316 रुपए व 3 हजार रुपए का अर्थदंड की सजा सुनाई है।