इस पर पुलिस व अन्य विभाग की टीम ने ओडिशा बार्डर से लगे क्षेत्रों में जांच की और रात में करीब ८ बजे जूटमिल थाना क्षेत्र स्थित ग्राम लहंगापाली में एक पिकअप को पकड़ा गया जिसमें करीब ३८ बोरी धान रायगढ़ की ओर लाया जा रहा था। जांच के लिए पहुंची टीम ने जब संबंधित से दस्तावेज की मांग की तो धान से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला उपर से रात को ओडिशा की ओर से लाया जा रहा था। इसको लेकर मंडी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए धान लोड पिकअप को जब्त कर लिया गया है। बताया जाता है कि उक्त धान कनकतुरा ओडिशा के किसी मनोज मेहर का था। कार्रवाई को लेकर रात में काफी हंगामा हुआ। इसके बाद यह मामला ओडिशा में उच्च स्तर पर उछला। इसको लेकर ओडिशा के रेंगाली थाना से एएसआई जीपी पटनायक व अन्य पुलिस टीम रायगढ़ पहुंची।
उच्च स्तर पर हुई चर्चा
रेंगाली जिला प्रशासन की ओर से कलक्टर ने रायगढ़ जिले के कलक्टर से भी इस मामले को लेकर चर्चा की है। हालांकि इस मामले में अभी क्या हो रहा है। इसको लेकर अधिकारी कुछ कहने से कतरा रहे हैं, लेकिन ओडिशा पुलिस बार-बार इस कार्रवाई को गलत बता रही है।
विरोध में सड़क खोदने का अल्टीमेटम
कनकतुरा ओडिशा और छत्तीसगढ़ का बॉर्डर है। उक्त कार्रवाई के बाद कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए सड़क खोदने का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद ओडिशा प्रशासन और वहां की पुलिस मामले को जानने के लिए रायगढ़ आई।
पहली बार हुई इस प्रकार की स्थिति
समर्थन मूल्य में धान खरीदी के दौरान हर वर्ष ओडिशा से आने वाली धान की वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, लेकिन पहली बार इस प्रकार की स्थिति निर्मित हुई है, जिसमें दोनो सीमा की पुलिस आमने-सामने हो गई है। ओडिशा पुलिस की मानें तो उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ की पुलिस लगातार ओडिशा में जाकर ओडिशा के लोगों पर कार्रवाई कर रही है, जबकि छत्तीसगढ़ की पुलिस का कहना है कि अधिकांश ओडिशा प्रांत से धान की आवक होती है। यही कारण है कि हर साल की भांति इस साल भी ओडिशा बार्डर पर जिला प्रशासन की ओर से १० चेक पोस्ट लगाए गए हैं।
जीपी पटनायक, एएसआई, रेंगाली थाना
अंजना केरकेट्टा, जूटमिल चौकी प्रभारी