नहीं दिया ध्यान
इस मामले में ये बात सामने आ रही है कि किशोर के वास्तविक पिता की मौत 12 साल पहले हो गई थी। इसके बाद से उसकी मां दूसरे पिता के पास रह रही है। दूसरे पति से महिला के बच्चे हुए हैं उनके पहचान में उसके पिता का नाम दर्ज है लेकिन ये भजन पुरी का पुत्र था इसलिए इसका कोई पहचान कार्ड नहीं बन सका, वहीं इसकी मां का भी कोई पहचान कार्ड नहीं है।
दूसरे पिता के पास रह रही है मां
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मृतक कन्हैया के पिता भजन पुरी पत्थलगांव के ग्राम चिमटापानी का निवासी था। करीब 12 साल पहले उसकी मौत हो जाने के बाद मृतक की मां तराईमाल निवासी एमडी अंसारी से शादी कर ली। इसके बाद से महिला अपने बेटे कन्हैया के साथ उसके दूसरे पिता एमडी अंसारी के साथ रह रही थी। इस संबंध में जब महिला से बात की गई तो उसने बताया कि वह कभी-कभार अपने गांव जाती है, पर वो वर्तमान में एमडी अंसारी के साथ रहती है।
नहीं है आधार कार्ड
कुंती व मृतक कन्हैया के पास पहचान के लिए आधार कार्ड नहीं है। वहीं महिला ने बताया कि कन्हैया भजन पुरी का बेटा है इस कारण इसका आधार नहीं बना है। अब एक परेशानी यह भी है कि मृतक के पिता के रूप में मां के कथनानुसार उसके वास्तविक पिता का नाम दर्ज है वहीं जब पहचान की बारी आ रही है तो दूसरा पिता दूसरे धर्म का है। इस कारण पिता का संबंध भी ठोस रूप से मैच नहीं कर रहा है। फिलहाल पीएम का कार्य लटका हुआ था शव मरच्यूरी में पड़ा हुआ था।
दौड़े आधार कार्ड बनवाने
आधार कार्ड का मामला फंसने के बाद उसके परिजन गुरुवार को आधार कार्ड बनवाने के लिए दौड़े थे। और सेंटर का चक्कर लगा रहे थे।