जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार सिटी बस परिचालन को फ्लाप करने की मंशा से उसे कई स्टापेज में तो घुसने तक नहीं दिया जा रहा है, साथ ही रुकने भी नहीं दिया जा रहा। वहीं हर समय ठीक उनके आगे और ठीक पीछे बसों का परिचालन कर घेराबंदी वाली स्थिति निर्मित कर दी गई है। मंशा यह है कि सिटी बस को सवारी नहीं मिले और वह फ्लाप हो जाए।
सिटी बस योजना करीब सात साल पहले लाई गई थी। इन सात वर्षों में जिले में ही करीब चार बार बसों का परिचालन शुरू हुआ और बंद हो गया। करीब तीन माह पहले एक बार फिर भारी मशक्कत के बाद सिटी बसों का परिचालन शुरू किया गया। हालांकि जिले में कुल 20 बसों का परिचालन किया जाना है, लेकिन मौजूदा समय में महज 4 से 5 बसों का परिचालन ही हो रहा है।
बसों का परिचालन सरिया, पुसौर, घरघोड़ा व एकताल मार्ग पर किया जा रहा है। सिटी बसों के परिचालन से निजी बसों को नुकसान होने का अनुमान है। ऐसे में अब निजी बस संचालक इसे फ्लाप करने में लगे हुए हैं। घरघोड़ा मार्ग पर ही चलने वाली सिटी बस की स्थिति पर गौर करे तो पहला फेरा सुबह 8.22 में केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड में छूटने का है। वहीं घरघोड़ा पहुंचने का समय 9.35 बजे है।
बताया जा रहा है कि सिटी बस को चालक 10 मिनट पहले ही लेकर स्टैंड पहुंचता है। यदि 10 मिनट से पहले वह बस स्टैंड पहुंच जाता है तो निजी बस एजेंट उसके साथ अभ्रद व्यवहार करते हैं। वहीं जब बस केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड से निकलती है तो सिटी बस के ठीक आगे और ठीक पीछे निजी बस को छोड़े जाने का समय भी निर्धारित कर लिया गया है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि सिटी बस के आगे जाने वाले निजी बस पूरी सवारी को समेट लें।
वहीं सिटी बस किसी स्टैंड में ज्यादा देर खड़ी न हो इसके लिए ठीक पीछे भी बस छोड़ा जाता है। बताया जा रहा है सिटी बस के ठीक आगे निजी बस चलने से सिटी बस को बहुत कम यात्री मिलते हैं। जिससे काफी परेशानी हो रही है।
यहां तो स्टैंड में बस खड़ी करने की मनाही
सिटी बस का परिमिट रायगढ़ से घरघोड़ा तक का है। वहीं पहले फेरा में सुबह 9.35 में सिटी बस घरघोड़ा पहुंच जाती है। वहीं घरघोड़ा से रायगढ़ के लिए छूटने का समय 10.15 से 10.20 का है। इस बीच बस को करीब 30 से 35 मिनट बचता है। इस अवधि में सिटी बस को घरघोड़ा के बस स्टैंड में भी खड़ा नहीं करने दिया जाता। बस स्टैंड में सिटी बस खड़े होने पर विवाद की स्थिति निर्मित होती है। ऐसे में सिटी बस को धरमजयगढ़ मार्ग पर खड़ा किया जाता है।
विरोध के बाद शुरू हुआ था परिचालन
सिटी बसों का परिचालन शुरू नहीं होने को लेकर इसका विरोध भी शुरू हो गया था। कांग्रेस के द्वारा लगातार इस बात को लेकर विरोध किया जा रहा था। ऐसे में प्रशासन ने आनन-फानन में आधे-अधूरे सिटी बसों का परिचालन शुरू करा दिया, लेकिन इसके बाद विभागीय अधिकारी सुध भी नहीं ले रहे हैं।
-निजी बसों द्वारा सिटी बसों को घेर कर चलने की किसी प्रकार से शिकायत नहीं आई है। ऐसा होना पूरी तरह से गलत है। संबंधितों को इस बात की शिकायत करनी चाहिए। शिकायत मिलने के बाद मामले में कार्रवाई भी होगी।
-आरके भोजसिया, ईई, नगर निगम