आनलाइन पंजीयन में ठगे जा रहे मजदूर
श्रम विभाग की योजना अनुसार संगठित और असंगठित मजदूरों के पंजीयन के लिए
भरे जा रहे आनलाइन आवेदन में मजदूर कंप्यूटर संस्था और अधिकारियों की मिली
भगत से ठगी का शिकार हो रहे हैं।
Workers are cheated in online registration
रायगढ़. श्रम विभाग की योजना अनुसार संगठित और असंगठित मजदूरों के पंजीयन के लिए भरे जा रहे आनलाइन आवेदन में मजदूर कंप्यूटर संस्था और अधिकारियों की मिली भगत से ठगी का शिकार हो रहे हैं।
श्रम विभाग ने शहर में साईं कंप्यूटर को फ्रेंचाईजी दिया है। जहां एक आवेदन फार्म भरने के एवज में 100 रुपए की उगाही की जा रही है। वहीं मजदूरों को 30 रुपए की ही रसीद दी जा रही है।
राज्य शासन द्वारा संगठित और असंगठित मजदूरों के लिए कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है। इसमें श्रमिकों का पंजीयन किया जा रहा है, लेकिन श्रमिकों का पंजीयन विभाग में न कर एक कंप्यूटर संस्था को इसका काम दे दिया गया है।
औद्योगिक जिला रायगढ़ में मजदूरों की भरमार है और रोजाना सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष श्रमिक कंप्यूटर संस्था पहुंच रहे हैं। श्रमिकों का पंजीयन आनलाइन किया जा रहा है। जिसके लिए श्रमिकों का आधार कार्ड और फोटो जरुरी है।
ऐसे में जिस कंप्यूटर संस्थान को उक्त काम का जिम्मा दिया गया है। वह मनमानी पर उतारु है। स्थिति यह है कि आनलाइन पंजीयन करने का शुल्क वैसे तो 30 रुपए है, लेकिन कंप्यूटर संचालक 100 की उगाही कर रहा है।
श्रमिक पंजीयन कराने पहुंचे लोगों में दसमती और किशोर ने बताया कि रसीद तो 30 रुपए का दिया जा रहा है, लेकिन 100 रुपए लिया जा रहा है।
आपत्ति करने में 10, 20 रुपए छोड़ भी दे रहे हैं। सभी श्रमिकों को 100 रुपए ही फीस बताया जा रहा है।
काट रहे चक्कर
सरकारी योजना के अनुसार श्रमिकों का पंजीयन होने के बाद शासन की ओर से उन्हे काम करने के औजार या औजार की राशि का चेक दिया जाता है। ऐसे में बड़ी संख्या में हर दिन श्रमिक श्रम विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
30 रुपए लेने का ही नियम
फ्रेन्चायजी वाले ऐसा कर रहे हैं तो यह गलत है। उन्हे 30 रुपए लेने का ही नियम है। लिखित शिकायत करने पर जरुर कार्रवाई की जाएगी।
एसएस पैंकरा, श्रम अधिकारी
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