16 सितंबर से किया जाएगा प्रारंभ
छत्तीसगढ़ के 40 लाख गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज 16 सितंबर से प्रारंभ किया जाएगा। स्वास्थ्य आयुक्त आर. प्रसन्ना ने बताया कि 1200 प्रकार के मर्ज के उपचार के लिए पैकेज निर्धारित किया गया है। इसके लिए शासन द्वारा 191 अस्पतालों को पंजीकृत किया गया है।
पंजीकृत अस्पतालों में करवा सकते हैं उपचार
आयुष्मान कार्ड प्राप्त होने तक हितग्राही पुराने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के कार्ड से अपना इलाज करा सकते हैं। इसके लिए उनका नाम सूची में होना आवश्यक होगा। किसी कारणवश चिन्हांकित परिवार के पास स्मार्ट कार्ड न होने पर वे आधार कार्ड, राशन कार्ड के माध्यम से पंजीकृत अस्पतालों में उपचार करा सकेंगे।
टोल फ्री नंबर 104 डायल कर ले सकते हैं जानकारी
पंजीकृत अस्पतालों की सूची के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। पंजीकृत अस्पतालों में आयुष्मान मित्र को भी परामर्श व सहायता उपलब्ध कराने के लिए संपर्क किया जा सकता है। वहीं, किसी प्रकार की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 104 से 24 घंटे तथा लिखित शिकायत अपने जिले के सीएमएचओ से किया जा सकता है।
कराया गया था सर्वे
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत राजधानी रायपुर में सर्वे किया गया था। जिसके आधार पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने हितग्राहियों को चिन्हांकित कर अयुष्मान कार्ड जारी करेंगा। 16 सितंबर से लागू हो जाने के बाद लोगों को उपचार के लिए भारी भरकम पैसों की चिंता नहीं रहेगी।
मिलेगी ये नई सुविधा
उल्लेखनीय है कि अब आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पिछड़े क्षेत्र के लोगों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। बड़ी बीमारियों की जांच रपट सीधे फैक्स से बड़े अस्पताल में भेजी जाएगी। विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से भी इलाज का प्रावधान है। देश में आयुष्मान भारत के कुल डेढ़ लाख केंद्र खोले जा रहे हैं।