वार्ड क्रमांक 32 में पुनर्मतदान सोमवार को कराया गया। मतदाता सूची में गड़बड़ी पाए जाने के बाद दोबारा मतदान कराया गया है। शाम 5 बजे तक औसत 60 प्रतिशत मतदान हो चुका है। पुनर्मतदान में 5 बजे तक 686 वोट डाले गए। जिसमें 338 पुरुष ने वोट डाला है। वहीं मतदान करने में पुरुषों से आगे 348 महिला ने मतदान किया है। महर्षि वाल्मीकि वार्ड 32 के बूथ क्रमांक 399 में मतदान किया गया। बूथ की सूची में 1271 मतदाताओं का नाम शामिल है। इस तरह कुल 53.67 प्रतिशत मतदान रहा। वार्ड में 15 बूथ बनाए गए थे। जिसमें सिर्फ एक वूथ पर पूर्नमतदान हुआ। 21 दिसंबर को हुई वोटिंग में पूरे वार्ड का प्रतिशत 49.97 था।
शनिवार को इसी बूथ में 1278 वोटर में से कुल 671 मतदाताओं ने मतदान किया था। सोमवार को बीते चुनाव की अपेक्षो 15 वोट ज्यादा पड़े हैं। बतादें कि इसी बूथ के 711 मतदाओं को खम्हारीह में विलोपित कर दिया गया था। पीठासीन अधिकारी की गलती से 74 ऐसे मतदाताओं ने वोटिंग कर दी थी। जिनका नाम काटा जा चुका था। इस लापरवाही के चलते पीठासीन अधिकारी प्रीती शुक्ला को आयोग ने नोटिस जारी किया है। जल्द ही उन पर कार्रवाई होगी।
विवाद के बाद मौके पर एएसपी प्रफुल्ल ठाकुर और खमारडीह थाना समेत अन्य थानों का भी बल तैनात किया गया। पहला बूथ था जहां पर सशत्र बल निगरानी करता नजर आया। पुर्नमतदान को प्रत्याशियों ने दूसरा मौका मानते हुए वोटरों को लुभाने का जमकर प्रयास किया। प्रत्याशियों के कार्यकर्ता वोटरों को एक दूसरे के काउंट में जाने से रोकने का प्रयास करते नजर आए। जिसकी वजह वोटिंग के दौरान बार-बार विवाद की स्थिति देखने को मिली। दोनों पक्ष के नेता राज्य से लेकर केंद्र तक की राजनीती को लेकर बहस करते नजर आए।
राजीव गांधी नगर में कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं को मतदान केंद्र लाने के लिए घर-घर जा रही थे। इसी बीच भाजपा के कार्यकर्ता भी पहुंच गए और विवाद स्थिति निर्मित हो गई। यह घटना पेट्रोलिंग पार्टी के सामने हुई। पेट्रोलिंग टीम ने दोनों पक्षों को समझा कर मामला शांत करवा दिया।
वार्ड में रहने वाले मतदाताओं के लिए अवकाश की भी घोषणा की गई थी। मतदान हो जाने की पहचान के लिए दूसरे उंगली पर स्याही लगाई गई। पत्रिका टीम के सामने ही मतदान केंद्र से पास के निवासी केके करकुन व उनकी पत्नी नंदिता को यह कर वापस कर दिया गया कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है।