कर्ज के बोझ तले दबे किसान.. चुनावी वर्ष में 177 करोड़ रुपए से अधिक की हुई बढ़ोतरी, अब धान बेचकर चुकाना होगा लोन
इसके बाद विधायकों की सहमति से सीएम के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। हो सकता है इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दें। लेकिन इसकी संभावना कम हैं। तीनों पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक में तय किए मुख्यमंत्री के नाम की रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को देंगे। इसके बाद दिल्ली से मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर भी भाजपा में अभी से कवायद शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण श्रीराम मंदिर के सामने नौ एकड़ ग्राउंड पर या फिर पुलिस लाइन के ग्राउंड पर करने पर विचार किया जा रहा है। तीसरा विकल्प इंडोर स्टेडियम है।