उत्तरप्रदेश पुलिस नंबर दो पर
मंत्रालय की ओर से एनएचआरसी यानि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के डेटा का हवाला देते हुए बताया गया है कि लिस्ट में सबसे बड़े राज्यों में शुमार उत्तरप्रदेश का नाम दूसरे नंबर पर आता है। यहां पुलिस मुठभेड़ में हुई लोगों की मौत के 117 मामले दर्ज हुए हैं।
नक्सली या आतंकवादी किसका एनकाउंटर
हालांकि इस आंकड़े में यह नहीं बताया गया है कि पुलिस मुठभेड़ में जिनकी मौत हुई है उनकी प्रोफाइल क्या है, क्या वो आम आदमी हैं, नक्सली हैं या फिर आतंकवादी हैं। लेकिन प्रश्न की जो प्रकृति है उससे स्थिति थोड़ी स्पष्ट होती दिखती है। सवाल में यह भी पूछा गया है कि मुठभेड़ में मारने के आरोप में कितने पुलिस वालों पर जांच चल रही है और कितनों को दोषी ठहराया गया है।
सबसे ज्यादा प्रदेश में मारे गए नक्सली
एनकाउंटर के बाद अब देश में नक्सलियों के मारे जाने के आंकड़े की बात करें तो इसमें भी प्रदेश नंबर वन पर है। वर्ष 2017 से 2021 तक 376 वामपंथी उग्रवादियों को मारा गया है। जबकि इन्हीं 4 वर्षों में महाराष्ट्र में 135 वामपंथी उग्रवादियों को मारा गया है। वहीं झारखंड में 85, ओडिशा में 59, तेलंगाना में 23 उग्रवादी मारे गए हैं।
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए लोग
राज्य संख्या
छत्तीसगढ़ 191
उत्तरप्रदेश 117
असम 50
झारखंड 49
ओडिशा 36
जम्मू कश्मीर 35
महाराष्ट्र 26
हरियाणा 15
तमिलनाडु 14
अरुणाचल 13
मध्यप्रदेश 13
तेलंगाना 13
(बाकि अन्य राज्यों का आंकड़ा सिंगल डिजिट में शून्य से लेकर 9 तक का है।)