मिली जानकारी के अनुसार गुढि़यारी निवासी राजेश गुप्ता के ढाई साल के बेटे अंश गुप्ता को बुखार आने पर देवेन्द्र नगर स्थित यशोदा चिल्ड्रन हॉस्टिपल में भर्ती कराया गया था। रात में वहां कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था इसलिए शुरूआत में वार्डन ने ही ट्रीटमेंट करना शुरू कर दिया। उसके बाद रात में डॉ हरीश बाघ हॉस्टिपल पहुंचे और उन्हांने बच्चे को दवाई दी जिससे बच्चे का बुखार उतर गया।
इसके बाद आज सुबह डॉक्टर की टीम ने अंश गुप्ता को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि अस्पताल प्रबंधन ने कुशल चिकित्सक नहीं होने के बावजूद बच्चे को भर्ती किया और उसके बाद बच्चे को डोज और दवाई दिया गया। वहीं, ओवरडोज होने की वजह से बच्चे की जान चली गई। गुस्साए परिजनों ने मंगलवार की सुबह अस्पताल में जमकर हंगामा कर सीबीआई जांच की मांग की है।
अस्पताल प्रबन्धन के मुताबिक सुबह 5 बजे बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को झटके की शिकायत थी। वहीं, पैदा होने के बाद से ही बच्चे का इलाज यशोदा हास्पिटल में चल रहा था। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले तबियत खराब होने पर डाक्टरों ने भर्ती करने की सलाह दी थी। इधर अस्पताल में बच्चे की मौत की खबर पाकर कांग्रेस और जोगी कांग्रेस प्रदर्शन करने पहुंच गए हैं।
देवेन्द्र नगर पुलिस जांच में जुटी
यशोदा चिल्ड्रन अस्पताल में संदिग्ध परिस्थितियों में बच्चे की मौत के बाद परिजनों के हंगामा किया। इसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची देवेन्द्र नगर पुलिस ने लोगों कराया। परिजनों को विश्वास दिलाया है कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। देवेन्द्र नगर पुलिस जांच में जुट गई है। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत की है।