इस सहायक आयुक्त ने दंतेवाड़ा में तैनाती के दौरान करोड़ों की अनियमितताएं कीं। इस दौरान तत्कालीन कलेक्टर ने जांच कर उन्हें निलंबित करने की अनुसंशा की थी। इस आधार पर शासन ने निलंबित कर दिया था। लेकिन कुछ महीने बाद ही उन्हें नारायणपुर में सहायक आयुक्त के पद पर पदस्थ कर दिया गया। दंतेवाड़ा जिले के तैनाती के दौरान 4 करोड़ 31 लाख 15 हजार की राशि निर्माण कार्य के नाम पर ठेकेदारों को अग्रिम दे दी। जिनमें से मात्र एक करोड़ 17 लाख के कार्यों की टीएस व एएस है। शेष राशि की कोई नास्ति विभाग के पास नहीं है। न इस्टीमेट है और न ही कोई काम हुआ है। जिनके दस्तावेज है वे कार्य भी नहीं हुए हैं। ठेकेदारों को भी 90 लाख, 70 लाख, 49 लाख, 34 लाख, 26 लाख, 27 लाख रु अग्रिम दिए गए हैं।
बस्तर के आश्रम, हॉस्टलों में बच्चों के बाल काटने के नाम पर बड़ा खेल हुआ है। दंतेवाड़ा में तैनाती के दौरान इन्होंने वीरेंद्र कुमार सेन गीदम को 28 अप्रैल 2020 को बच्चों के बाल कटाई के नाम पर 10 लाख की अग्रिम राशि प्रदान की है। वहीं 4 मई को फिर से बाल कटाई अग्रिम के नाम पर 5 लाख की राशि का भुगतान किया गया है। इसी तरह नारायणपुर जिले में भी दो किस्तों में 5 लाख बाल कटाई के अग्रिम देने की बात सामने आ रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि मार्च 2020 से लॉकडाउन होने के कारण स्कूल, आश्रम और हॉस्टलों को बंद कर बच्चों को घर भेज दिया गया था।
विभाग में हुई अनियमितताओं की जानकारी मिलने के बाद वे इस मामले की तत्काल जांच करवाएंगे, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
– धर्मेश कुमार साहू, कलेक्टर, नारायणपुर