पहले चरण के तहत 18 सीटों के लिए 12 नवंबर को प्रदेश में वोट डाले जाएंगे। जबकि 20 नवंबर को 72 सीटों के लिए दूसरे चरण के तहत मतदान होगा। जबकि छत्तीसगढ़ में वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ समेत इन राज्यों में आज से आचार संहिता लागू हो गई है।
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को चुनाव लड़ने से रोक रही अंग्रेजी, आजादी के 71 साल बाद भी ऐसी स्थिति ओपी रावत ने बताया कि छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों में 15 दिसंबर से पहले चुनाव संपन्न हो जाएंगे। जबकि 15 अक्टूबर से पहले चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। ओपी रावत ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनावों में वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके साथ ही, चुनाव में सभी बूथों पर पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुछ 90 सीटें हैं, जिस पर नवरंबर माह में दो चरणों में चुनाव होंगे। फिलहाल छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है।
ये भी पढ़ें: नक्सलियों का फरमान, चुनाव दल आए तो चप्पल की माला पहनाओ और मारकर भगा दो… अगर 2013 में विधानसभा चुनाव परिणाम पर एक नजर डाले तो भाजपा को 49, कांग्रेस को 39, बसपा को 1 और अन्य को एक सीट मिली थी। बतादें कि रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भाजपा की पिछले 15 वर्षों से सरकार है। वहीं अगर विधानसभा सीटों पर एक नजर डालें तो राज्य में कुल 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं।