विश्वविद्यालय प्रबंधन ने समय सारणी में ही विद्याथियों को सूचित कर दिया था कि सभी प्रायोगिक परीक्षाएं 13 अगस्त के पूर्व संपन्न करा ली जाएगी। परीक्षा में सम्मिलित होने वाले ऐसे सभी विद्यार्थी जो प्रदेश से बाहर चले गए हैं, की वापसी तथा उनके आने पर 14 दिन क्वारंटाइन में रखने की जिम्मेदारी संस्था या महाविद्यालय की रहेगी। इधर आयुष विवि के रजिस्ट्रार डॉ.राजेश हिषीकर का कहना है कि विद्यार्थियों को वापस आने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। कोरोना वायरस की वजह से एक बार परीक्षाएं स्थगित की गई थीं। परीक्षा हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। कक्ष में घुसने से पहले सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। मास्क लगाना अनिवार्य है।