बिना मास्क पहने इधर-उधर घूमने वालों पर ठोका 12330 रुपए का जुर्माना
हालांकि, हर साल की अपेक्षा मेला का स्वरुप एक तिहाई ही रहा। यहां पर बड़ी दुकानें तो नहीं लगाई गई लेकिन छोटी दुकानें पर लोग खरीदारी करते नजर आए। इसके अलावा बच्चों ने झूलों का जमकर लुफ्त उठाया। बतादें कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए मेला समिति और नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन श्रद्धालुओं ने सभी की बातों को अनसुना कर दिया।दोपहर से शाम तक रही भीड़
दोपहर के बाद बढ़ी भीड़ को मंदिर समिति सदस्यों ने मंदिर के भीतर जाने से रोकने की कोशिश की लेकिन लोगों ने बिना सोशल डिस्टेसिंग का पालन किए बिना ही दर्शन किए। अधिकांश श्रद्धालुओं ने मास्क लगाने में भी लापरावाही की। हालांकि निगम और पुलिसकर्मियों ने किसी पर कार्रवाही नहीं की। यह भीड़ शाम तक घाट पर ही रुकी रही।
महंगी कार में कफ सिरप की तस्करी करते चार युवक पकड़े गए, सरगना पुलिस की पकड़ से बाहर
बच्चे बुजुर्ग सभी पहुंचे
कोरोना महामारी की गाइडलाइन के मुताबिक मेला व मंदिर परिसर में बच्चों और बुजुर्गों के आने पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद भी लोग बच्चों और बुजुर्ग के समेत पहुंचे थे। प्रशासन का अनुमान था कि कोरोना की वजह से पुन्नी मेला में लोगों की भीड़ नहीं पहुंचेगी, लेकिन सुबह स्नान से लेकर शाम की तफरी तक लोगों से कोरोना का डर दूर नजर आया।