रेल मंत्री ने संसद में बताया कि बरवाडीह-चिरिमिरी परियोजना का आकलन किया जा रहा है। इसके लिए कंसल्टेंसी कांट्रैक्ट दिया गया है। रिपोर्ट आने पर संयुक्त उपक्रम छत्तीसगढ़ रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (सीआरसीएल) बोर्ड तय करेगा कि इस परियोजना को आगे बढ़ाया जाए या नहीं। 182 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर 1147 करोड़ रुपए की लागत आनी है।
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि रावघाट से जगदलपुर की परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और वन विभाग की मंजूरी ली जा रही है। यह काम बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड (बीआरपीएल) की ओर से किया जाएगा। इसी लाइन के रावघाट से दल्ली राजहरा के बीच के 42 किलोमीटर के खंड के लिए काम पूरा कर लिया गया है। इस वर्ष इस परियोजना के लिए कुल 500 करोड़ रुपये की रकम उपलब्ध करवाई गई है।
परियोजना-खरसिया-घरघोड़ा-कोरीछापर-धरमजयगढ़
अनुमानित लागत- 3055 करोड़
मार्च-19 तक काम हुआ-1631 करोड़ का
इस वर्ष उपलब्ध धन-500 करोड़
स्थिति- 42.5 किलोमीटर के खरसिया-कोरिछापर खंड का काम पूरा, बाकी का काम शुरू किया जा रहा है।
परियोजना :धर्मजयगढ़-कोरबा
अनुमानित लागत-1686 करोड़
मार्च- 19 तक काम हुआ- शून्य
इस वर्ष उपलब्ध धन- 200 करोड़
स्थिति- भूमि अधिग्रहण और वन विभाग की मंजूरी ली जा रही
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परियोजना : कटघोड़ा-डोंगरगढ़
अनुमानित लागत- 5950 करोड़
मार्च- 19 तक काम हुआ शून्य
इस वर्ष उपलब्ध धन- 100 करोड़
स्थिति- सीआरसीएल की ओर से काम शुरू
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परियोजना: चिरिमिरी-नागपुर होल्ट
अनुमानित लागत-241 करोड़
मार्च- 19 तक काम हुआ- शून्य
इस वर्ष उपलब्ध धन- 2 करोड़
स्थिति- भूमि अधिग्रहण और वन मंजूरी ली जा रही है।