scriptनेता का रिश्तेदार और जीआरपी आरक्षक चला रहे थे कोकीन पैडलर का गिरोह, गिरफ्तार | Leader's relative and GRP constable were driving cocaine paddlers gang | Patrika News
रायपुर

नेता का रिश्तेदार और जीआरपी आरक्षक चला रहे थे कोकीन पैडलर का गिरोह, गिरफ्तार

आरोपी गोवा के नाइजीरियनों और पुणे से कोकीन लाकर बेचते थे। रईसजादों में ड्रग की इतनी ज्यादा डिमांड है कि उनकी फरमाइश पर आरोपी कई बार फ्लाइट से जाकर ड्रग ला चुके हैं। रायपुर-बिलासपुर के कई क्लब और पार्टियों में ड्रग की सप्लाई कर चुके हैं।

रायपुरOct 09, 2020 / 11:14 pm

Karunakant Chaubey

नेता का रिश्तेदार और जीआरपी आरक्षक चला रहे थे कोकीन पैडलर का गिरोह, गिरफ्तार

नेता का रिश्तेदार और जीआरपी आरक्षक चला रहे थे कोकीन पैडलर का गिरोह, गिरफ्तार

रायपुर. राजधानी रायपुर के साथ बिलासपुर में भी ड्रग पैडलर्स का बड़ा गिरोह सक्रिय था, जो रोज लाखों रुपए का सूखा नशा रईसजादों को बेच रहा था। पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया कि रायपुर-बिलासपुर में छापा मारकर 8 और ड्रग पैडलर्स को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 93 ग्राम कोकीन (एमडीएमए) जब्त की गई है।

इसकी कीमत करीब 15 लाख रुपए है। ड्रग पैडलर्स का सरगना एक नेता का रिश्तेदार अभिषेक शुक्ला उर्फ डेविड है और उसको ड्रग खरीदने के लिए फाइनेंस करने वाला जीआरपी का आरक्षक है। पुलिस ने उसको भी गिरफ्तार किया है।

इस तरह कोकीन पहुंच रहा राजधानी, रोजाना लाखों में है खपत

आरोपी गोवा के नाइजीरियनों और पुणे से कोकीन लाकर बेचते थे। रईसजादों में ड्रग की इतनी ज्यादा डिमांड है कि उनकी फरमाइश पर आरोपी कई बार फ्लाइट से जाकर ड्रग ला चुके हैं। रायपुर-बिलासपुर के कई क्लब और पार्टियों में ड्रग की सप्लाई कर चुके हैं। मामले में पुलिस को रायपुर के भी आधा दर्जन ड्रग पैडलर्स का और पता चला है। पुलिस ने उनकी भी तलाश शुरू कर दी है।

वाट्सऐप चैट की जांच में हुआ खुलासा

रायपुर एसएसपी अजय यादव ने बताया कि राजधानी में पकड़े गए ड्रग पैडलर्स श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर के मोबाइल में मिले चैट की जांच के दौरान कोकीन का सेवन करने वाले कई लोगों के नाम का पता चला था। उनसे पूछताछ के दौरान कुछ लोगों के वाट्सऐप नंबर में कोकीन के लिए जैक, डेविड और हनी के नाम से चैटिंग की गई थी।

इससे पुलिस को कोकीन बेचने वालों के बड़े गिरोह होने का शक हुआ। इसके बाद मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। इस दौरान पता चला कि जैक शब्द का इस्तेमाल श्रेयांश झाबक के लिए किया गया था। यह जानकारी भी मिली कि मिन्हाज मेमन बिलासपुर में लंबे समय से कोकीन और अन्य ड्रग की सप्लाई कर रहा है। इसके अलावा उसका पार्टनर डेविड उर्फ अभिषेक शुक्ला है, जो पिछले कुछ दिनों से फरार है।

पहले पार्टनर थे, फिर हुए अलग

पुलिस ने अभिषेक को इलाहाबाद से गिरफ्तार किया। इसके बाद उसकी निशानदेही पर मिन्हाज को भी पकड़ लिया। अभिषेक ने बताया कि पहले मिन्हाज के साथ मिलकर ड्रग बेचने का धंधा करते थे। दोनों कई बार पुणे से कोकीन लाकर रायपुर में श्रेयांश व अन्य लोगों को सप्लाई कर चुके हैं।

बाद में दोनों अलग हो गए। इसके बाद अभिषेक ने जीआरपी के आरक्षक लक्ष्मण गाइन के साथ मिलकर कोकीन बेचने का धंधा शुरू कर दिया। वह बिलासपुर के ही रोहित आहूजा, राकेश अरोरा, अब्दुल अजीम उर्फ सद्दाम को अपना पैडलर बनाकर कोकीन को रायपुर, बिलासपुर और अन्य स्थानों पर तस्करी करवाने लगा। कोकीन को 8 से 10 हजार रुपए प्रति ग्राम से बेचते थे।

गोवा के छात्र को भी दबोचा

पुलिस ने मिन्हाज, अभिषेक, रोहित, राकेश और अब्दुल के अलावा गोवा में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाले एलेन सोरेन को भी गिरफ्तार किया है। सोरेन गोवा में नाइजीरियनों से ड्रग लेकर अभिषेक को देता था। बाद में उसकी मुलाकात भी करवाई। इसके बाद अभिषेक स्वयं विदेशियों से ड्रग लाने लगा।

तस्करों के गिरोह में जीआरपी आरक्षक लक्ष्मण गाइन भी शामिल है। वह सरगना अभिषेक को ड्रग्स खरीदने के लिए फाइनेंस करता था। पुलिस ने अभिषेक के घर छापा मारकर 93 ग्राम कोकीन बरामद की है, जिसकी कीमत 15 लाख रुपए है। इसके अलावा पुलिस ने गुरुवार देर रात में रायपुर से आशीष जोशी को भी गिरफ्तार किया है। वह भी पैडलर के तौर पर ड्रग की सप्लाई करता था।

क्वींस क्लब की पार्टी वाले दिन हो गए थे फरार

पुलिस के मुताबिक २७ सितंबर को अभिषेक और लक्ष्मण कोकीन की डिलीवरी करने रायपुर आए थे। इसकी भनक पुलिस को लग गई थी। पुलिस दोनों की तलाश में थी। लेकिन दोनों फरार हो गए थे। उल्लेखनीय है कि उसी रात क्वींस क्लब में नशे में धुत युवक-युवतियों के बीच विवाद और फायरिंग का मामला सामने आया था। क्लब में भी सूखा नशा करने की चर्चा थी।

व्हाट्सएप्प ग्रुप बना, मोबाइल में लेते थे ऑर्डर

श्रेयांश और विकास के रायपुर में पकड़े जाने के बाद अभिषेक ने अपने मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया और फेंक दिया। उसके पास चार मोबाइल थे। इसके बाद वह अपना घर छोड़कर इलाहाबाद में अपने रिश्तेदार के घर चला गया था।

आरोपी रईसजादों का क्या होगा?

पुलिस अब तक कोकीन तस्करी करने वाले ९ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन कोकीन का सेवन करने वाले एक भी रईसजादों को आरोपी नहीं बनाया जा चुका है। लेकिन कोकीन का सेवन करने वाले रईसजादों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है और न ही उनपर अपराध दर्ज किया जा सका है।

ड्रग तस्करों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा। रायपुर के भी कुछ और तस्करों का पता चला है, जिसकी तलाश की जा रही है।

-अजय यादव, एसएसपी, रायपुर

ये भी पढ़ें: गैंगरेप मामले को रफा-दफा करने के आरोप में तत्कालीन थाना प्रभारी निलम्बित, दो नाबालिग समेत पांच आरोपी गिरफ्तार

Home / Raipur / नेता का रिश्तेदार और जीआरपी आरक्षक चला रहे थे कोकीन पैडलर का गिरोह, गिरफ्तार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो