पुलिस के मुताबिक आरंग के निसदा नहर में सुबह करीब 30 वर्षीय विद्या प्रसाद की लाश मिली। उसका हाथ बंधा हुआ था। सिर और गले पर चोट का निशान था। आरंग पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि विद्या जीके इंटरप्राइजेस में काम करता था। पुलिस ने वहां के सीसीटीवी कैमरे की जांच की।
मरवाही उपचुनाव: त्रिकोणीय मुकाबले ने राजनीतिक दलों की बढ़ाई धड़कनें इससे पता चला कि हत्या के एक दिन पहले विद्या कंपनी में काम करने वाले कपिल कोसले के साथ जाते दिखा था। इसके बाद पुलिस ने कपिल कोसले से पूछताछ शुरू की। प्रारंभ में आनाकानी करने के बाद कपिल ने अपने दोस्त दुर्गेश यादव और शेखर उर्फ गजेंद्र टंडन के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
आरोपियों ने खुलासा किया कि कपिल ने मृतक से 20 हजार रुपए उधार लिया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होता था। इसके बाद आरोपियों ने उसकी हत्या की प्लानिंग की। पहले कपिल उसे अपने साथ आरंग ले गया। वहां चारों ने शराब पी। इसके बाद निसदा नहर के पास गए।
कोरोना संक्रमित कम मिलने से कोविड सेंटर हो रहे बंद, होम आइसोलेशन फॉर्मूला सफल वहां भी चारों ने जमकर शराब पीया। इसके बाद विद्या प्रसाद की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को छुपाने की नियत से नहर में फेंक दिया। इसके बाद उसके बाइक और मोबाइल को आरोपी अपने घर ले आए थे। पुलिस ने तीनों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।