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मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात, सभी डॉक्टर और छात्रों की छुट्टियां अनिश्चितिकालीन के लिए र²

-हमारे प्रदेश में कितना चिकित्सकीय अमला और छात्र 9 हजार- पंजीकृत डॉक्टर की संख्या 5 हजार- मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाले छात्र 2400- एक सरकारी, पांच निजी कॉलेज के छात्र 16,000- नर्सिंग कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र-छात्राएं 10,000- पैरामेडिकल स्टॉफ - चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने पहले निकाला था छुट्टी का आदेश, स्वास्थ्य मंत्री ने र² करवाया

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मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात, सभी डॉक्टर और छात्रों की छुट्टियां अनिश्चितिकालीन के लिए र²

मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात, सभी डॉक्टर और छात्रों की छुट्टियां अनिश्चितिकालीन के लिए र²

रायपुर.केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है, ये हालात मेडिकल इमरजेंसी (चिकित्सकीय आपातकाल) जैसे बन गए हैं। कोरोना वायरस का हालांकि अभी राज्य में कोई केस पॉजीटिव नहीं आया है, मगर समूचे मेडिकल स्टॉफ की छुट्टियां र² कर दी गई हैं। सभी को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।आखिरकार हम मेडिकल इमरजेंसी के लिए कितने तैयार हैं। सवा दो करोड़ी की आबादी वाले राज्य में कितना मेडिकल अमला है? कितने साधन-संसाधन मौजूद हैं? ये बड़ा सवाल है।

'पत्रिकाÓ ने इस पर पड़ताल की। छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल में 9 हजार डॉक्टर पंजीकृत हैं। तो वहीं सरकारी अस्पतालों (मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, आयुर्वेद, होम्यिोपैथी) सब मिलाकर करीब-करीब 25 हजार डॉक्टर हैं। इसके अलावा मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग, फिजियोथैरेपी, होम्योपैथी, यूनानी और आयुर्वेद कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों की संख्या भी इतनी ही जा पहुंचती है। यानी 50 से 55 हजार लोग हैं, जो मेडिकल फील्ड से हैं।

दो कॉलेजों ने घोषित कर दी थी छुट्टी- 'पत्रिकाÓ ने शनिवार के अंक में बताया था कि राजनांदगांव और सिम्स बिलासपुर मेडिकल कॉलेज ने मेडिकल छात्रों को छुट्टियां दे दी थीं। जैसे ही यह खबर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव तक पहुंची, तो उन्होंने तत्काल डीएमई डॉ. एसएल आदिले से बात की। नाराज हुए और छुट्टियां र² करने के आदेश जारी करने को कहा। जिसके बाद शनिवार शाम संशोधित आदेश जारी किया गया। लिखा कि सिर्फ परीक्षा देने के लिए छुट्टी दी जाएगी।

साधन-संसाधन-

प्रदेश में छह सरकारी और तीन निजी मेडिकल कॉलेज हैं। 27 जिला अस्पताल हैं। इन सभी कोरोना वायरस के मरीजों के लिए आईसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। माना स्थिति सिविल अस्पताल में 50 बेड का आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है, तो वहीं एम्स रायपुर में भी तैयारियां पूरी हैं। रोजाना हर संस्थान में कोरोना वायरस को लेकर बैठकों का दौर जारी है।

दवाईयां- कोरोना वायरस को लेकर अभी कोई टीका या दवा नहीं बनी है। लेकिन रोकथाम के लिए प्रिवेंटिव दवा होती है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) को मॉस्क, दवाईयां और सिनेटाइजर खरीदी के आदेश दिए हैं।

आईएमए, हॉस्पिटल बोर्ड सरकार को हर तरह से मदद करने तैयार है। सरकार के आदेश पर सभी अस्पतालों में तैयारियां कर ली गई हैं। आईएमए ने राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है।

डॉ. महेश सिन्हा, अध्यक्ष, आईएमए छत्तीसगढ़

सभी की छुट्टियां र² कर दी गई हैं। सभी मेडिकल कॉलेज डीन को कॉलेज स्तर पर संपूर्ण तैयारियां रखने को कहा गया है। प्रशिक्षण भी दिलवाया जा रहा है।डॉ. एसएल आदिले, संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं

जंगल सफारी में एंट्री बंद- कोरोना वायरस के खतरे के म²ेनजर वन विभाग ने प्रदेश के सभी चिडिय़ाघर, टाइगर रिजर्व समेत अन्य वन क्षेत्रों में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। जंगल सफारी, वारनवापारा अभयारण्य, कानन पेंडारी चिडिय़ाघर और नंदनवन पक्षी विहार में 14 से 31 मार्च तक प्रवेश नहीं दिया जाएगा।