भाजपा विधायक ने कहा कि मैं अपना नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हूं। लेकिन इससे पहले कवासी लखमा इस बात का जवाब दें कि झीरम नरसंहार के दौरान मैं कवासी लखमा हूं कहने पर नक्सलियों ने गोलीबारी बंद कर उन्हें सुरक्षित बाहर जाने का मौका क्यो दिया? पूर्व गृहमंत्री कंवर ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं का नक्सलियों से गहरा संबंध रहा है। ऐसे लोगों में कवासी लखमा का नाम सबसे पहला है। कंवर ने इन तथ्यों की भी जांच कराने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के आबकारी मंत्री और धूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने दो दिन पहले झीरम घाटी के मामले में नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी। उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, तत्कालीन गृहमंत्री ननकीराम कंवर और झीरम हमले के समय बस्तर में पदस्थ सभी वरिष्ठ अधिकारियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी।
याद रहे कि झीरमघाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले पर हमला कर कद्दावर कांग्रेस नेता स्व.विद्याचरण शुक्ल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, बस्तर टाईगर कहे जाने वाले महेन्द्र कर्मा सहित पैंतीस कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं की सामूहिक हत्या कर दी थी।