scriptमहंगाई की मार: एक साल में रसोई गैस 200 रुपए, पेट्रोल-डीजल 18 और किराना सामानों में 30 से 90 फीसदी तक वृद्धि | No relief to inflation people facing financial crisis in Corona period | Patrika News
रायपुर

महंगाई की मार: एक साल में रसोई गैस 200 रुपए, पेट्रोल-डीजल 18 और किराना सामानों में 30 से 90 फीसदी तक वृद्धि

कोरोनाकाल में पिछले एक साल में महंगाई से राहत नहींं मिली है। पेट्रोल-डीजल से लेकर रसोई गैस, किराना सामानों की कीमतों ने जीना-मुहाल कर दिया है। गृहस्थी की गाड़ी चलाना अब परिवार के लिए काफी मुश्किल हो चुका है।

रायपुरJul 04, 2021 / 12:54 pm

Ashish Gupta

कोरोना में महंगाई की मार से बिगड़ा आम आदमी का बजट

कोरोना में महंगाई की मार से बिगड़ा आम आदमी का बजट

रायपुर. कोरोनाकाल में पिछले एक साल में महंगाई से राहत नहींं मिली है। पेट्रोल-डीजल से लेकर रसोई गैस, किराना सामानों की कीमतों ने जीना-मुहाल कर दिया है। गृहस्थी की गाड़ी चलाना अब परिवार के लिए काफी मुश्किल हो चुका है। खाद्य तेल से लेकर आटा, चाय, दाल-दलहन, मैदा,सूजी, शक्कर आदि की कीमतें अभी भी बढ़ी हुई है। रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल की रफ्तार से लोग घबराए हुए हैं। एलपीजी की कीमतें एक साल के भीतर 200 रुपए तक बढ़ चुकी है, वहीं पेट्रोल-डीजल 18 रुपए महंगी हो गई।

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किराना सामानों की कीमतों में खाद्य तेल की कीमतें एक साल में डबल हो गई। घरेलू रसोई गैस 1 जुलाई को 880.50 रुपए से बढ़कर 906 रुपए पहुंच गई। चौतरफा महंगाई के बाद अब लोगों की जेबों पर सीधा असर पड़ रहा है। राजधानी के रिटेल कारोबारियों का कहना है कि जबरदस्त महंगाई की वजह से बिक्री कमजोर हो चुकी है। इसके बाद भी कीमतों से राहत नहीं मिली है। इधर महामारी के दौर में परिवारों की हालत खस्ता हो चुकी है।

इसलिए हर जिलों में कीमतें अलग
फ्यूल स्टेशनों से अलग-अलग जिलों में ट्रांसपोर्टिंग और मालभाड़ा की वजह से पेट्रोल-डीजल से लेकर एलपीजी की कीमतें अलग-अलग हैं। प्रदेश के सुकमा में पेट्रोल 100 रुपए पार हो चुका है। पेट्रोल-डीजल में पिछले एक महीने से सिर्फ वृद्धि हो रही है। रसोई गैस अब 1000 रुपए के करीब पहुंच रही है।

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मालाभाड़ा 1 लाख तक पहुंचा
महंगाई का ही असर है कि मालभाड़ा 1 लाख पार हो चुका है। बेंगलूरु से 30 टन सब्जियों के लिए पहली बार यह कीमतें कारोबारियों को चुकानी पड़ रही है। इसके साथ 15 से 20 टन की गाड़ियों में 10 से 20 हजार तक मालभाड़ा बढ़ चुका है।

खाद्य तेल अभी भी 2000 रुपए पार
15 किलो खाद्य तेल का पीपा 2000 रुपए किलो से कम नहीं हुआ है। गोलबाजार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष दिनेश साहू ने बताया कि यह कीमतें 15 दिन पहले 2400 रुपए तक पहुंच चुकी है, जो कि वर्तमान में 2000-2100 रुपए बिक रही है। राहर दाल अभी भी 100 रुपए पार बनी हुई है। बाकी सामानों में कोई बड़ी राहत नहीं है।

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फैक्ट फाइल
ऐसे बढ़े दाम
ईंधन -जुलाई 2020- 3 जुलाई 2021
पेट्रोल-79.19- 97.24
डीजल-78.26- 96.44
(आंकड़े रुपए प्रति लीटर)
एलपीजी
तारीख- कीमतें
जुलाई-2021- 906 रुपए
जुलाई-2020-700 रुपए
जुलाई-2019-690 रुपए
जुलाई-2018- 550 रुपए

किराना सामान
सामान-कीमतें
तेल-2000-2100 रुपए (15 किलो)
आटा- 140-170 रुपए
दाल- 80 से 105 रुपए
चाय- 250-300 रुपए
आलू-20 रुपए
प्याज-25 रुपए

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