
रायपुर. भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी (Chhattisgarh BJP Incharge D Purandeswari) ने अपने पहले ही दौरे में सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों और नेताओं को स्पष्ट कहा था कि हमें मजबूत विपक्ष बनना है। सरकार की रीति-नीति के विरुद्ध आवाज उठानी है और केंद्र की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। उनके जाने के बाद विधायकों के पास पहला मौका विधानसभा का शीतकालीन सत्र है।
इस सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए शनिवार को भाजपा विधायक दल की अहम बैठक होने जा रही है। मैडम देख रही हैं, इसलिए सबकी धड़कनें बढ़ी हुई हैं। खुद विधायकों का मानना है कि 'फर्स्ट इम्प्रेशन इज लॉस्ट इम्प्रेशन' होता है। साफ है कि इनके तेवर-कलेवर बदले-बदले नजर आएंगे। कुशाभाऊ ठाकरे पार्टी मुख्यालय में होने जा रही इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और संगठन महामंत्री पवन साय मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक पुरंदेश्वरी ने पूर्व के विधानसभा सत्रों में भाजपा नेताओं के प्रदर्शन की सराहना की थी। मगर, विधानसभा में सभी विधायक मुद्दे नहीं उठाते। 4-5 विधायक ही सरकार को घेरते हैं। इस बार सत्र के 10 दिन पहले बैठक आयोजित करना का मकसद भी यह है कि हर एक विधायक के पास मुद्दे हों।
विधानसभा सत्र के आसपास आ सकतीं हैं प्रदेश प्रभारी
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश प्रभारी विधानसभा सत्र के पहले या फिर बाद में कभी भी दौरा कर सकती हैं। ज्यादा संभावना बाद में दौरा होने की है, ताकि वे विधानसभा में नेताओं की परफॉर्मेंस की समीक्षा कर सकें। प्रदेश प्रभारी नेताओं को यह कह चुकी हैं कि वे कभी भी आ-जा सकती हैं।
इन मुद्दों की रहेगी गूंज
प्रदेश में किसानों की आत्महत्या, धान खरीदी में अव्यवस्था, रकबा में कटौती, धान की चौथी किस्त का भुगतान न होना, बस्तर के आदिवासियों के मुद्दे, बढ़ती अपराधिक घटनाएं, अवैध रेत खनन, अवैध शराब बिक्री जैसे मुद्दे उठेंगे।
Published on:
12 Dec 2020 09:46 am
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