कंपनी की योजना उसके नियमों और मौजूदा शुल्क दर आदेशों के अनुरूप ही हैं। रिलायंस के फ्री ऑफर पर दूसरी इंटरनेट और कॉल सेवा मुहैया कराने वाली कंपनियों ने नाराज़गी जाहिर की थी। तीन महीनों के लिए यह फ्री सेवा देने के बाद जियो ने 31 मार्च 2017 तक तीन महीने के लिए इसे बढ़ा दिया था। कंपनी की दलील थी कि नए साल के ऑफर में योजना के तहत कंपनी ने ऐसा किया है।
कंपनी के इस फैसले को दूसरी कंपनियों ने ट्राई में भी चुनौती दी थी। ट्राई ने रिलायंस को नोटिस भेजकर इस पर रुख साफ करने को कहा था। ट्राई ने लंबी सुनवाई के बाद आदेश दिया है। कंपनियों के आपसी विवाद के चलते जियो के ग्राहकों को कॉल ड्रॉपिंग की समस्या से भी जूझना पड़ा।
ट्राई ने दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल और आइडिया सेल्यूलर को खत भेजा है। इसमें कहा गया है कि रिलायंस जियो की ‘हैप्पी न्यू ईयर पेशकश’ को नियमों का उल्लंघन करने वाला नहीं पाया गया है।
ट्राई का कहना है कि रिलायंस जियो ने हैप्पी न्यू ईयर पेशकश की घोषणा 4 दिसंबर 2016 को की जो कि कंपनी की पहले वाली वेलकम पेशकश से अलग है। उसे पूर्ववर्ती प्रोमोशनल पेशकश का विस्तार नहीं कहा जा सकता।
भारती एयरटेल और आइडिया सेल्यूलर ने रिलायंस जियो के फ्री प्लान को चुनौती देते हुए टीडीसैट्स का दरवाजा भी खटखटाया था। कंपनियों ने रिलायंस जियो की सभी सेवाओं की मुफ्त पेशकश को 90 दिन के बाद भी जारी रखे जाने पर एतराज जताया था। रिलायंस जियो ने पहले यह मियाद 31 दिसंबर 2016 रखी थी। जिसे उसने बढ़ाकर 31 मार्च 2017 कर दिया।