चार माह में 194 लाइसेंस निलंबित यातायात पुलिस ने पिछले चार माह में ही अलग-अलग स्थानों पर मोबाइल में बात करते हुए दोपहिया चलाने वाले 194 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। यह गत वर्ष की अपेक्षा ज्यादा है। वर्ष 2021 में यह डेढ़ सौ से भी कम था।
नाबालिग और युवा की संख्या ज्यादा शहर में वाहन चलाते हुए मोबाइल में बात करने वालों में नाबालिग और युवाओं की संख्या ज्यादा है। अक्सर दोपहिया चालाते समय किसी का फोन आने में अटेंड करते ही हैं। इसके अलावा कान में ईयरफोन लगाकर भी घूमते हैं और ड्राइविंग के दौरान आने वाले हर कॉल को अटेंड करते हैं।
डिलीवरी बॉय भी पीछे नहीं जमैटो, स्वीगी, कुरियर सहित अन्य कंपनियों के डिलीवरी बॉय भी यातायात नियमों का ज्यादा उल्लंघन करते हैं। पार्सल पहुंचाते समय अक्सर मोबाइल में बात करते हैं। आर्डर करने वाले का पता ढूंढते समय दोपहिया चलाते हुए ही बात करते रहते हैं। कान में ईयरफोन भी लगाकर रखते हैं।
सिग्नल तोड़ने वाले दूसरे नंबर पर मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने वालों के बाद दूसरे नंबर रेड सिग्नल जंप करने वाले हैं। पिछले चार में ही रेड सिग्नल जंप करने वाले 65 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित किया गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस रेड लाइट जंप करने वालों का जुर्माना भी 2 हजार रुपए कर दिया है। दूसरी बार नियम तोड़ने पर 5 हजार रुपए तक जुर्माना देना होगा।
अब तक हुई निलंबन की कार्रवाई (जनवरी 22 से अप्रैल 22 तक) मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना-195 रेड लाइट जंप करना-65 तेज रफ्तार-8 ड्रिंक एंड ड्राइव-24 माल वाहक में सवारी बैठाना-0
ओवरलोड वाहन-0 पिछले तीन साल में कार्रवाईवर्ष कार्रवाई 2019 308 2020 216 2021 260 लूट की 28 वारदातें शहर के अलग-अलग हिस्सों में पिछले तीन माह में ही लूट की 28 वारदातें हो चुकी हैं। इनमें 90 फीसदी मामले मोबाइल लूट के ही हैं। और इनमें भी मोबाइल से बात करते समय लूट ज्यादा हुई है। दोपहिया सवार बदमाश मोबाइल लूटने की घटना ज्यादा कर रहे हैं। इस दौरान वे ऐसे लोगों की तलाश करते हैं, जो दोपहिया ड्राइवर करते हुए मोबाइल में बातचीत कर रहा हो।
वर्सन मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने वालों पर आईटीएमएस के जरिए भी नजर रखी जाती है। इसके अलावा रूटीन चेकिंग के दौरान भी कई वाहन चालक मोबाइल में बात करते हुए पकड़े जाते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई भी की जा रही है।
-सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर