सावन में रावण के इन 8 टोटकों से भोलेनाथ होते हैं शीघ्र प्रसन्न, रातों रात बदल जाएगी किस्मत
यदि शिव भक्त रावण द्वारा रचित या वर्णित इन 8 टोटकों को सावन महीने में नियम और पूरी श्रद्धा के साथ करता है तो उसके जीवन की विघ्न, बाधा और समस्या आसानी से दूर जाएगी।
सावन के महीने में सभी भक्त शिव जी की आराधना में लगे रहते हैं। लोग मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान भोलेनाथ का ध्यान एवं पूजन करते हैं। इस दौरान कई लोग शिवलिंग पर विशेष चीजें भी चढ़ाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है अनजाने में अर्पित की गई कुछ चीजें शुभ की जगह अशुभ फल दे सकती हैं। तो कौन—सी हैं वो चीजें आइए देखते हैं।
रायपुर. भगवान शिव के बहुत सारे भक्त हुए हैं। जिनमें दशानन रावण का नाम उच्चकोटी के भक्तों में लिया जाता है। असुर सम्राट रावण परम शिव भक्त के साथ महान तांत्रिक और ज्योतिषी भी था। महादेव को प्रसन्न करने के लिए रावण द्वारा रचित या वर्णित 8 टोटकों का जिक्र है। यदि शिव भक्त रावण द्वारा रचित या वर्णित इन 8 टोटकों को सावन महीने में नियम और पूरी श्रद्धा के साथ करता है तो उसके जीवन की विघ्न, बाधा और समस्या आसानी से दूर जाएगी।
1 – अगर आप जीवन की विघ्न, बाधा और समस्या से परेशान हैं, बार-बार काम बिगड़ रहे हो तो किसी भी शुभ तिथि या शुभ दिन सरसों के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करने से विघ्न बाधा से मुक्ति मिलती हैं।
2 – यदि किसी भी दंपति की संतान नहीं है या संतान अधिक दिनों तक जीवित नहीं रह पाती है या जन्म के बाद मृत्यु हो जाती है तो वह शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ को गाय का घी अवश्य चढ़ाएं और शुद्ध मन से प्रार्थना करें। महादेव आपकी संतान सुख की मनोकामना को अवश्य पूरी करेंगे।
3 – जो लोग आर्थिक समस्याओं से परेशान हैं या बीमारियों के उपचार में धन अधिक खर्च हो रहा है, उन्हें शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ को गन्ने का रस समर्पित करना चाहिए। महादेव के अभिषेक और पूजन के बाद प्रसाद के रूप में फल वितरित करना चाहिए, इससे आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
4 – व्यापार, लेखन, राजनीति क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को शिवलिंग पर जल धारा चढ़ाना चाहिए, इससे व्यक्ति के यश और कीर्ति में वृद्धि होती है। भगवान शिव को जलधारा विशेष रूप से प्रिय है।
5 – चिकित्सा और औषधि से संबंधित लोगों को गाय का कच्चा दूध भगवान शिव को समर्पित करना चाहिए। भगवान शिव जीवन और मोक्ष दोनों के दाता हैं। चिकित्सक पर भगवान भोलेनाथ की कृपा हो जाए तो उसके मरीजों को शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ मिलता है। संभव हो तो चिकित्सा और औषधि से संबंधित लोगों को शिव पूजा के दिनों में महादेव की आराधना के बाद 11 या 16 लोगों को दूध का दान भी करना चाहिए।
6 – रक्षा या न्याय से जुड़े हुए लोगों को भगवान शिव पर धतूरा या आक समर्पित करना चाहिए। महादेव न्याय और शक्ति के भी प्रतीक है। इसलिए भगवान भोलेनाथ का एक हाथ सज्जनों को वरदान देता है तो दूसरा त्रिशूल के माध्यम से दुष्टों को दंड भी देता है।
7 – अगर किसी दंपति के वैवाहिक जीवन में बाधा आ रही हो या शादी का संबंध टूटता हुआ सा दिख रहा है तो उसे भगवान शिव को शहद चढ़ाना चाहिए। इससे पति-पत्नी के जीवन में समस्याओं का निस्तारण होकर शहद की तरह मधुरता आती है।
8 – अगर आप भगवान शिव के पूजन विधि से ज्यादा परिचित नहीं है तो भक्त शिवजी को पवित्र जल और घी समर्पित करें। पूजन के बाद भगवान शिव से प्रार्थना और क्षमा याचना करें। महादेव की कृपा आपको अवश्य प्राप्त होगी।