खुशी से छलक गईं महिला की आंखें
लंबे समय तक इलाज के बाद पीडि़त गर्भवती महिला ने शुक्रवार को बच्चे को जन्म दिया। अपना इलाज करने वाले डॉक्टरों के प्रति आभार जताते हुए खुशील से महिला की आंखें भी छलक गईं। इस पूरे अनुभव के बारे में बताते हुए डॉ. गुप्ता ने कहा कि किडनी की इस बीमारी की शिकार महिलाएं स्वस्थ बच्चे को जन्म नहीं दे सकती हैं, लेकिन सही इलाज से यह बीमारी ठीक हो सकती है। हमने 9 महीने तक मरीज को इंजेक्शन और अलग-अलग दवाएं दीं। हम जरूरत के मुताबिक दवा की मात्रा को भी नियमित तौर पर बदलते रहे।
महिला ने बच्चे को बचाने के लिए लगाई थी गुहार
चिकित्सकों से बच्चे की जान बचाने महिला ने गुहार लगाई थी। महिला की स्थिति को समझते हुए उन्हें गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में ही इससे होने वाले नुकसान को बताया गया था, इसके पश्चात महिला के डाइट को कंट्रोल में रखते हुए दवा के माध्यम से 8 माह तक गहन परीक्षण में रखा गया।
डॉ. पुनीत गुप्ता, नेफ्रोलॉजी यूनिट हेड, अंबेडकर अस्पताल, रायपुर