लगातार बढ़ोत्तरी होने से पहले से ही परेशान
उल्लेखनीय है कि एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी होने से उपभोक्ता पहले ही परेशान हैं। अब सब्सिडी की राशि भी उनके खाते में नहीं आ रही है। ऐसे में उन्हें गैस एजेंसी और बैंकों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। एक जानकारी के अनुसार चार साल पहले जिले में केवल तीन गैस एजेंसी संचालित हो रहे थे, जो अब बढ़कर 12 हो गई है। धमतरी जिले की बात करें तो यहां करीब 1 लाख 50 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं, जिन्होंने गैस कनेक्शसन लिया है। इनमें से 75 हजार उपभोक्ताओं ने उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन लिया है।
90 हजार उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
बताया गया है कि जिले मेंं एक सिलेंडर वाले 60 फीसदी और दो सिलेंडर वाले 40 फीसदी उपभोक्ता हैं। केन्द्र शासन की सब्सिडी ट्रांफसर योजना के तहत इनमें से करीब 90 हजार उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है। वर्तमान में 70 फीसदी उपभोक्ताओं को योजना के तहत सब्सिडी का लाभ मिल रहा है, लेकिन शेष बचे 30 उपभोक्ताओं इसके लिए गैंस एजेंसी और बैंका का चक्कर लगाना पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो वर्तमान में 15 किग्रा घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 730 और कमिर्शियल नीला गैस सिलेंंडर की कीमत करीब 1440 रूपए हैं। इमसें संंबंधित उपभोक्ता के खाते मेंं 263 रूपए से लेकर 280 रूपए तक सब्सिडी की राशि आ रही है। ऐेसे मेंं सब्सिडी राशि की वितरण को लेकर भी उपभोक्ताओं में रोष है।
कई आवेदन पेंडिंग
बताया गया है कि वर्ष-2018 में सब्सिडी ट्रांसफर योजना को लेकर जिले के करीब 20 हजार उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन शिकायत किया था, जिसमेंं से 90 फीसदी तो निराकरण हो गया था। वर्ष-2019 में अब तक 5 हजार से अधिक उपभोक्ताओं ने टोल-फ्री नंबर और ऑनलाइन पोर्टल मेंं शिकायत किया है, लेकिन अधिकांश प्रकरणोंं का निराकरण नहीं हो पाया है।
खाते में नहीं हो रही राशि ट्रांसफर
उपभोक्ता सतीश कुंभकार, मेनका साहू, पुरूषोत्तम यादव ने बताया कि बैंक मेंं खाता नंबर, आधार कार्ड समेत सभी दस्तावेज जमा कर चुके हैं, लेकिन अब पेन कार्ड और आधार कार्ड में पंजीकृत मोबाइल नंबर का दस्तावेज जमा करने के लिए कहा जा रहा है। बार-बार फामेलटी पूरी करने के बाद भी सब्सिडी की राशि खाते में ट्रांसफर नहीं हो रही है। उन्होंने शासन-प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की गुहार लगाई है।