सस्ते टिकट की दरकार!
रायपुर- विशाखापट्टनम वाया जगदलपुर विमान सेवा की शुरू
रायपुर। रायपुर- विशाखापट्टनम वाया जगदलपुर विमान सेवा की शुरुआत अच्छा कदम है। बशर्ते, विमान सेवा नियमित, टिकट दर वाजिब और यात्री सुविधाएं उत्कृष्ट हों। कुछ दिन चलाने के बाद विमान सेवा बंद कर देना न तो प्रदेश के हित में है और न ही यहां के विमान यात्रियों के। छत्तीसगढ़ तेजी से विकास के पथ पर दौड़ रहा है। जिस तेजी से प्रदेश औद्योगिकीकरण का हब बनता जा रहा है, उसी तेजी से शहरीकरण का जाल भी फैल रहा है। ज्यादातर शहर एक-दूसरे से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं। कई शहर रेलमार्ग से भी जुड़े हुए हैं। लेकिन अफसोसनाक है कि न सड़क मार्ग सुविधाजनक व आरामदायक हैं और न ही रेल मार्ग। किसी मार्ग पर सड़कें बदहाल हैं तो किसी मार्ग पर यातायात का भारी दबाव। यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए भारी कष्ट सहन करना पड़ता है। रही बात रेल सेवा की तो भारतीय रेल की लेटलतीफी जगजाहिर है। रेल यात्रियों को परेशानियां झेलना आम बात हो गई है।
अंतरराज्जीय उड़ानों के अंतर्गत एयर ओडिशा को विशाखापट्टनम में लैंडिंग और टेकऑफ की अनुमति मिलने से अब रायपुर से यात्रियों को जगदलपुर के जरिए विशाखापट्टनम की सुविधाएं मिलने लगेंगी। ऐसे में विमान यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान और अधिकारियों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी, तभी पता चलेगा कि जो सुविधा दी जा रही है, उनमें खामी तो नहीं है। महत्वपूर्ण पहलू यह है कि प्रदेश के शहरों के बीच विमान सेवा की टिकट दर इतनी कम हो कि आम जनता हवाई सफर कर सकें। विमान की टिकट दर अधिक होगी, तो विमान सेवा सफल कैसे होगी?
बहरहाल, छत्तीसगढ़ में जो विमान सेवा शुरू हुई है, उसका विस्तार होनी चाहिए। प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों को विमान सेवा से जोडऩे की जरूरत है। तभी शायद लोगों के समय और धन की बचत होगी। उद्योगपति व व्यापारी वर्ग ही नहीं, प्रदेश के आम लोग भी यही चाहते हैं। साथ ही जगदलपुर और रायपुर के बीच में रेल जुड़ाव का कार्य भी तेजी से होना चाहिए।