scriptयमराज के घर जाकर लौट आया ये शख्स, अफसरों से कहा- साहब मैं मरा नहीं जिंदा हूं.. | young man applied to be alive | Patrika News
रायपुर

यमराज के घर जाकर लौट आया ये शख्स, अफसरों से कहा- साहब मैं मरा नहीं जिंदा हूं..

यमराज के घर जाकर लौट आया ये शख्स, अफसरों से कहा- साहब मैं मरा नहीं जिंदा हूं..

रायपुरAug 25, 2018 / 06:15 pm

चंदू निर्मलकर

CG news

यमराज के घर जाकर लौट आया ये शख्स, अफसरों से कहा- साहब मैं मरा नहीं जिंदा हूं..

रायपुर. यमराज जिसे एक बार बुला लेता है वह इंसान उसी रूप में दूबारा इस संसार में नहीं आता है। लेकिन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में सामने आए एक अजीबोगरीब मामले ने अफसरों के नींद उड़ा दिए हैं। दस्तावेजों के मुताबिक दो महीने पहले मरा हुआ ये शख्स आज फिर से अपने जिंदा होने की फरयाद लगा रहा है। आपको ये खबर थोड़ी अटपटी जरूर लगेगी लेकिन एक शख्स सिर्फ इस वजह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है कि वह अभी जिंदा है। यहां अपनी आप बीती अफसरों को बताई तो हैरान रह गए। पीडि़त ने उसे मारने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर उसने एसडीएम से शिकायत की है। फिलहाल इसकी सुनवाई नहीं हुई है और मौत का दस्तवेज बरकरार है।

ये है मौत का पूरा मामला
सारंगढ़ के ग्राम पंचायत डोमाडीह के समीप ग्राम पिंकरी निवासी ननकी पिता फिरंगी को वर्ष 2004 छत्तीसगढ़ खाद्य सुरक्षा अधिनियम व 2012 छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण अधिनियम के तहत गुलाबी राशन कार्ड क्रमांक 41020302250141 प्रदाय किया गया। राशन कार्ड मिलने के बाद संबंधित परिवार को राशन सामग्री मिलती रही है। उक्त राशन कार्ड में ग्रामीण को ग्रामपंचायत खजरी से राशन मिल रहा था, लेकिन पिंकरी के नवगठित ग्रामपंचायत डोमाडीह में आने के बाद कुछ माह तक तो राशन मिलता रहा, लेकिन इसी साल 5 जुलाई 2018 में परिवार के मुखिया ननकी की मौत होना बताते हुए राशन कार्ड को निरस्त कर दिया गया। संबंधित को जब अपने दस्तावेजी मौत की जानकारी मिली और राशन बंद हो गया तो उसने एसडीएम से मामले की शिकायत की है।

ननकी बोला- बिना प्रमाणपत्र के ही मार दिया
शिकायत में पीडि़त ननकी ने यह भी बताया है कि बिना मृत्यु प्रमाणपत्र के मौत बताकर राशन कार्ड को निरस्त कर पूरे परिवार को शासकीय योजना से वंचित कर दिया गया है। इसके कारण परिवार को राशन सामग्री नहीं मिल रही है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद पंचायत में इसकी शिकायत की गई। कोई सुनवाई नहीं होती देख उसने एसडीएम को शिकायत करते हुए राशन कार्ड फिर से उपलब्ध कराते हुए योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की है। साथ ही इस मामले में जांच कराकर जीवित ग्रामीण की मृत्यु बताने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

यहां मौत के बाद भी नहीं कटा था नाम
राशन कार्ड को लेकर अजीबोगरीब स्थिति है। जूटमिल क्षेत्र में पिछले दिनों हुई शिकायत में संबंधित परिवार ने महिला मुखिया की मौत के बाद राशन कार्ड सरेंडर किया। लेकिन उसका नाम कटने के बाद भी कार्ड में राशन जारी होता रहा। बाद में शिकायत की जांच हुई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। और यहां जीवित को मृत बताकर राशन कार्ड निरस्त कर दिया जा रहा है।
पात्र होते हुए भी नहीं मिल रहा लाभ
एसडीएम को की गई शिकायत में ग्रामीण ने यह भी बताया है कि वह गरीबीरेखा से नीचे जीवनयापन करने वाला है। और रोजगार का कोई साधन नहीं है। राशन दुकान से मिलने वाले राशन से ही वह अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। जुलाई से राशन नहीं मिलने के कारण परिवार को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद जांच की जाएगी
हां, संबंधित ग्रामीण ने मेरे यहां आकर शिकायत की है। इसमें कहां त्रुटि हुई है और कैसे नाम काटा गया है, इसकी जांच करने के लिए एएफओ को कहा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
हितेश बघेल, एसडीएम, सारंगढ़ (रायगढ़)
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो