तहसील बाड़ी के तहत आने वाली सोसायटी कृषक सेवा सहकारी समिति गूगलवाड़ा के प्रबंधक चौहान सिंह चौहान हैं। इस सोसायटी के तहत आने वाले शिवतला निवासी सैकड़ों किसान लगभग साढ़े छह महीने गुजर जाने के बाद भी सोसायटी प्रबंधक चौहान द्वारा भुगतान नहीं किया गया है। अब सोसायटी प्रबंधक चौहान उनके गेहूं को निरस्त करने की बात कर रहे हैं। जबकि गेहूं की क्वालिटी एक दम ठीक थी। अब सोसायटी प्रबंधक चौहान बहाने बनाने लगे कि गेहूं में मिट्टी, कंकड़ कचरा मिला हुआ था।
शिवतला के किसानों की लाखों रुपए राशि अटक जाने के मामले में पूरी गलती सोसायटी प्रबंधक चौहान सिंह चौहान और जिम्मेदार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की है। अगर गेहूं की उपज उनकी ठीक नहीं थी तो तुलाई नहीं करानी थी। उपज खरीदी के बाद भी इन किसानों को भुगतान पर्ची दे दी गई है। तो फिर राशि भुगतान करने में सोसायटी प्रबंधक आनाकानी आखिर क्यों कर रहे हैं? जब इस मामले में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और जिपं सीईओ से मोबाइल पर बात करना चाही, तो फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा।
चौहान सिंह चौहान, सोसायटी गूगलवाड़ा प्रबंधक बाड़ी तहसील।