दरअसल, बीते दिनों नूपुर शर्मा ने एक न्यूज चैनल द्वारा आयोजित ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षम के बारे में चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के बारे में कुछ टिप्पणी की थी। जिसके चलते दुनिया भर के कई लोगों ने उनके खिलाफ नाराजगी जताई थी। हालांकि, इसके तत्काल बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्काषित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर लोगों से माफी मांगी थी। वहीं इस विवाद के बाद मुस्लिम हैकरों के संगठनों ने दुनिया भर के मुस्लिम हैकर्स से अपील की थी कि वे भारत पर साइबर हमला शुरू करें।
इन हैकरों के ग्रुप ने कई भारत सरकार की वेबसाइटों को हैक कर उन्हें सबूत भी भेजे। इसमें कई भारतीय वेबसाइट शामिल हैं। हालांकि इसमें प्राइवेट भारतीय वेबासइटों के साथ-साथ भारत सरकार की कई वेबसाइटें शामिल हैं। अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच का कहना है कि हैकर्स ग्रुप ने 2 हजार से ज्यादा वेबसाइट हैक की हैं। वहीं अब साइबर क्राइम ब्रांच ने इसे लेकर मलेशिया और इंडोनेशिया सरकार को पत्र लिखा है।
पत्र में अहमदाबाद साइबर क्राइम ने दोनों ग्रुप के लिए इंटरपोल लुकआउट नोटिस का जिक्र किया है। इन हैकर्स ने नूपुर शर्मा के घर और पर्सनल डिटेल ऑनलाइन डाले। इसके अलावा असम के एक क्षेत्रीय चैनल में लाइव टेलीकास्ट के बीच में पाकिस्तान का झंडा दिखाया गया था। हैकर्स ने ठाणे पुलिस की वेबसाइट हैक कर ली। ठाणे पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट पर सभी मामलों की संवेदनशील जानकारी स्टोर की जाती है। साथ ही आंध्र प्रदेश पुलिस का पर्सनल डिटेल शेयर कर दिया।
बताया जा रहा है कि लोगों के आधार कार्ड और पैनकार्ड की जानकारी भी ऑनलाइन लीक की गई है। साइबर एक्सपर्ट की माने तो इस तरह का साइबर अटैक अपना विरोध जताने के लिए हैकर किसी देश के खिलाफ करते रहते हैं। इस से बचाव के लिए जो वेबसाइट हैक हुई है उसे कुछ समय तक डाउन किया जाना बेहतर विकल्प है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे हैकर लगातार वेबसाइट को हैक करते रहते हैं या फिर उस वेब साइट के फ्रंट पेज पर वर्क इस गोइंग ऑन लिखकर उसे रिस्टोर किया जाए।