scriptइलेक्ट्रिफिकेशन के लिए अपग्रेड किया पैनल और सिग्नल सिस्टम | Upgraded panels and signal systems for electrification | Patrika News
राजगढ़

इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए अपग्रेड किया पैनल और सिग्नल सिस्टम

ब्यावरा. मक्सी-विजयपुर रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम को लेकर तमाम प्रकार की तैयारियां की जा चुकी हैं, इसे लेकर विजयपुर से पचोर तक का काम पूरा कर लिया गया है

राजगढ़May 22, 2019 / 11:18 pm

Praveen tamrakar

patrika news

Beaua. The Technical team firing the CLS panel in the station room on Wednesday.

ब्यावरा. मक्सी-विजयपुर रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम को लेकर तमाम प्रकार की तैयारियां की जा चुकी हैं, इसे लेकर विजयपुर से पचोर तक का काम पूरा कर लिया गया है, वहीं अब स्टेशनों को इलेक्ट्रिफिकेशन के हिसाब से अपग्रेड भी किया जा रहा है।
इसके तहत बुधवार को स्टेशन के पैनल को अपेडट किया गया, इसमें सीएलएस (कलर लाइटिंग स्वीच) पैनल लगाया गया। इसका सीधा कनेक्शन एसएनटी से होगा। यहां से जो आउटपुट मिलेगा वह इलेक्ट्रिफाई इंजन के लिए होगा। यानि अभी तक डीजल इंजन के हिसाब से स्टेशन का पैनल काम करता था, लेकिन अपडेट हो जाने के बाद और सीआरएस की विजिट के दौरान चलने वाली इलेक्ट्रिफाई लाइन के लिए यही मोडिफाई पैनल काम करेगा।
मक्सी-विजयपुर के पचोर से बीनागंज के बीच के काम का जायजा लेने सीआरएस एके जैन और उनकी टीम स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण करेंगे। उनके साथ डीआरएम उदय बोरवानकर सहित नौ अन्य अफसर भी रहेंगे। इलेक्ट्रिफिकेशन लाइन के काम को फाइनल करने से पहले वे पूरी जांच करेंगे। उनकी ओके रिपोर्ट के बाद ही यहां बिजली वाली ट्रेन दौड़ पाएगी। कहा जाता है कि जिस ट्रैक की ओके रिपोर्ट सीआरएस नहीं देते वहां कभी बिजली वाली ट्रेन नहीं दौड़ पाती। बता दें कि इसी साल मार्च में हुए सीआरएस के दौरे के दौरान पचोर-बीनागंज वाला हिस्सा छूट गया था। अब दोबारा उसे गति मिली है।
इधर, स्टेशन को हाईटैक करने और सौंदर्यीकरण के लिए दो बड़े हाईमास्ट परिसर में लगाए जा रहे हैं। एक शहर की ओर से स्टेशन पर जाने वाले मुख्य एंट्रेंस पर लगाया जा रहा है और दूसरा डिपो के आउटर पर जहां पर मालगाडिय़ां रुकती हैं। हाईमास्ट से न सिर्फस्टेशन परिसर बल्कि स्टेशन रोड, रेलवे कॉलोनी सहित आस-पास का एरिया भी रोशन हो जाएगा।

&सीआरएस का प्रस्तावित दौर तय है। इससे पहले सीएलएस पैनल कनेक्ट किया गया है इससे डीजल वाली गाडिय़ों के साथ ही इलेक्ट्रिक गाडिय़ों को भी सिग्नल पास किए जा सकें।
-चंद्रभूषण कुमार, उप-स्टेशन प्रबंधक, ब्यावरा
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