दुकान खुलने से मिली राहत
शनिवार व रविवार होने के चलते शासन के आदेशानुसार पूर्णत: लॉकडाउन रहा लेकिन सोमवार को ईद के चलते शासन ने दोपहर 12 बजे तक कुछ दुकानों को खोलने की इजाजद दी तो मुस्लिम समुदाय ने राहत की सांस ली और शासन के बताए हुए आदेशों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए खरीदारी की।
ईद पर्व पर मुस्लिम समाज के लोगों मांगी देश में अमन चैन की दुआ, क्या कहते है रोजेदार
स्थानीय खूंटापारा वार्ड 1 निवासी शिक्षक ईनायत अली बताते है कि उन्होंने अपने 55 वर्ष के जीवनकाल में पहली दफा ईद की नमाज घर पर ही पढ़ी है, जो मुस्लिम समाज सहित मुल्क के भलाई के लिए ऐसा करना बहुत ही जरूरी है साथ ही उन्होंने लोगों से गुजारिश भी कि की शासन के आदेशों का पालन करें।
राजा स्टील के संचालक मोहम्मद शकील रजा ने कहा कि पूरे देश में करोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है जो पूरे विश्व के लिए मुश्किल की घड़ी है। ईद की मुबारकबाद देने के दौरान गले मिलने के चलते यह संक्रमण आपके घर तक पहुंच सकता हैं। इसके बचाव के लिए घर पर ही रहकर एहतिहाद बरती गई तथा मुबारकबाद देते समय शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया।
चारमीनार मस्जिद के सदर परवेज खान ने कहा कि करोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार की ईद हमने घर पर ही मनाई। साथ ही शासन के आदेशों का पालन करते हुए दूरी बनाए रखते हुए एक दूसरे को बधाई गई व पूरे विश्व से करोना वायरस का खात्मा हो जाए ऐसी दुआ मांगी गई।
कालकापारा निवासी व्यवसायी सलीम सेठ ने कहा कि यह वक्त एक दूसरे से मिलकर खुशियां बांटने का नहीं है बल्कि अपने-अपने घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक दूसरे को बधाई सोशल माध्यम से देने का है पूरे विश्व से करो ना वायरस का जल्द ही खात्मा हो की दुआ करें।
व्यवसाई मोहम्मद गौस ने अपने परिवार के साथ ईद की खुशियां मनाई घर पर ही नमाज अदा कर परिचितों को मोबाइल के माध्यम से बधाइयां दी तथा अल्लाह से कोरोना वायरस को जल्द खत्म करने की दुआ मांगी।
ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत जाफर अली ने भी पूरे रमजान के महीने लोगों की जमकर सेवा की। उन्होंने जीई रोड से आने वाले मजदूरों को अपनी ओर से खाना खिलाया, भोजन के पैकेट बांटे तथा पानी का वितरण किया। उन्होंने बताया कि घर पर नाती-पोतों के साथ ईद को उत्साह पूर्वक मनाया। अमन चैन की दुआ की। इसके बचाव के लिए घर पर ही रहकर एहतिहाद बरती गई।