प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री एक तरफ डिजिटल भारत की बात करते हैं तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ग्रामीणों को मोबाइल देने का लालीपाप दिखा रहे हैं किंतु नेटवर्क की समस्या से निजात नहीं मिलने के कारण किसान खाद-बीज के लिए भटक रहे हैं। ठाकुरटोला में सेवा सहकारी समिति का उप केंद्र होने के बावजूद भी एक-एक बोरी खाद के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है। समिति प्रबंधक किसानों को पनियाजोब बुलाते हैं जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि ग्राम के सड़क के बीचों बीच बिजली का पोल स्थापित है जिसे बरसों से नहीं हटाया गया है। सड़क के बीचो बीच पोल होने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसानों की फसल बीमा की राशि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की डोंगरगढ़ शाखा में आ चुकी है किंतु उन्हें राशि ना देकर भटकाया जा रहा है साथ ही उनके कर्ज में यह राशि काटी जा रही जबकि कर्ज में काटने का कोई लिखित प्रावधान नहीं है। अगर किसानों को बीमा की राशि नहीं मिलेगी तो वह फसल के लिए लागत कहां से लगाएंगे। इन समस्याओं के बारे में प्रशासन के मौन से मुखर होकर युवा जनता कांग्रेस ने घेराव कर ज्ञापन सौंपा।
नेताओं ने जल्द ही समस्याओं से ठाकुरटोला को निजात दिलाने की मांग करते हुए चेतावनी दी यदि समय रहते किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो चक्काजाम कर प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। धरना प्रदर्शन में जनता कांग्रेस के सुनीति, कुलदीप, रेणुका वर्मा, शांतिबाई, फनीबाई, कमला बाई, प्रमिला बाई, सुमित बाई, मानबाई, मीराबाई, मिथिलेश वर्मा, स्मिता बाई, चंद्रबाई, लखन वर्मा, भागवती भाई, अशोक वर्मा, नीतीश लालोकर, अल्केश, उज्जवल, सुधाकर खोब्रागढ़े, चंद्रकुमार वर्मा, तुलसी गोस्वामी, दलजीत सिंह, राजा, मोहित रावत, महेश लाउतरे, करण वर्मा, पवन लाडोकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।